बुलंदशहर। फीस रिटर्न (शुल्क प्रतिपूर्ति) का पैसा न मिलने पर बृहस्पतिवार को वीआईआईटी के स्टूडेंट्स का गुस्सा भड़क गया। फीस न मिलने से कॉलेज प्रबंधन ने उनके यूनिवर्सिटी फाॅर्म भरवाने से इनकार कर दिया। इससे आक्रोशित स्टूडेंट्स ने कलक्ट्रेट पहुंच प्रदर्शन किया। छात्रों का प्रतिनिधिमंडल प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिला।
छात्र-छात्राओं ने कहा कि वह समाज कल्याण विभाग और कॉलेज प्रबंधन के बीच फंस गए हैं। कॉलेज प्रबंधन ने बीबीए, बीसीए, एमबीए और पॉलिटेक्निक छात्रों के करीब 400 छात्रों के विश्वविद्यालय फार्म भरवाने से इसलिए इनकार कर दिया है कि उनकी शुल्क प्रतिपूर्ति की रकम समाज कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से नहीं मिली है। स्टूडेंट दीपांशु गौड़ ने कहा कि 18 मई तक उनके फार्म जमा किए जाने थे। अभी तक फार्म नहीं भरवाए।
स्टूडेंट्स ने कहा कि उनका प्रवेश जीरो फीस पर किया गया, लेकिन अब कॉलेज प्रबंधन और सरकारी विभागों में तालमेल न होने से उनका भविष्य अधर में लटक गया है। गुस्साए छात्रों ने समाज कल्याण अधिकारी को अपनी समस्या बताईं। इंटरनेट पर उनका नाम दर्शाया जा रहा है। बावजूद इसके संबंधित विभाग की ओर से फीस रिटर्न का पैसा नहीं दिया जा रहा है। यदि उनके परीक्षा फाॅर्म नहीं भरवाए तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। प्रदर्शन में प्रशांत भारद्वाज, सुशांत शर्मा, कल्पतरू शर्मा, अर्चना, अभिषेक शर्मा, आशुतोष यादव, पंकज कुमार सिंह, शांतनु राम, प्रवीन शर्मा, मोहित सिंह, विशाल कौशिक, मनोज कुमार, सचिन आदि रहे।
‘इस वर्ष से शासन ने जनरल और ओबीसी वर्ग के छात्रों के खातों में पैसा ट्रांसफर करने का नियम बनाया है। ऐसे में अगर छात्र अपनी फीस का पैसा जमा कर दें। बाद में उनके खातों में सरकार की ओर से पैसा आ जाएगा। ऐसे छात्रों की संख्या भी काफी है जो इस साल कॉलेज छोड़कर चले जाएंगे। ऐसे में अगर कॉलेज प्रबंधन अपनी ओर से फीस जमा करता है तो बाद में स्टूडेंट्स से वसूली कैसे हो पाएगी। ’
-विजय कौशिक, डीन एकेडमिक, वीआईआईटी कॉलेज
‘स्टूडेंट्स के नाम शासन को भेजे गए थे। कुछ छात्रों के नाम इंटरनेट पर प्रदर्शित भी हो रहे हैं। फिलहाल शासन की ओर से बजट नहीं मिल रहा है। बजट मिलते ही नियमानुसार छात्रों के खातों में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा। ’
- इंद्रा शर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी