विश्व हाइपरटेंशन दिवस पर विशेष
बुलंदशहर। अब तक सामान्य ब्लड प्रेशर का मानक 120/80 को बताया जाता था। ज्वाइंट नेशनल कमीशन 7 की रिपोर्ट में सामान्य रक्तचाप 110/70 होने पर डॉक्टरों ने मुहर लगा दी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पांच में से एक व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है। इस लिहाज से बुलंदशहर जनपद की 35 लाख आबादी में हर दूसरे घर में एक व्यक्ति हाइपरटेंशन से पीड़ित है। 17 मई को दुनिया भर में विश्व हाइपरटेंशन डे मनाया जाएगा। स्थानीय डॉक्टर भी बुलंदशहर जनपद के लोगों की बदलती जीवन शैली से चिंतित हैं।
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राजीव मित्तल के मुताबिक हाइपरटेंशन की वजह शहरी जीवनशैली और अनियमित खानपान है। डॉ. एसके गर्ग ने बताया कि हाइपरटेंशन के शिकार लोगों को कई तरह की बीमारी होने का खतरा रहता है। उच्च रक्त चाप के शिकार व्यक्ति का कोई भी अंग खराब हो सकता है। हृदय, किडनी, ब्रेन, आंख खासतौर से प्रभावित हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अत्यधिक तनाव, पाश्चात्य खान-पान की वजह से बच्चे भी हाइपरटेंशन के शिकार हो रहे हैं। अभिभावकों को चाहिए कि वे उनपर अनावयक दबाव न डालें।