बुलंदशहर। खुर्जा के राधाकृष्ण संस्कृत महाविद्यालय के करीब 150 स्टूडंेट 16 मई से शुरू हो रही वार्षिक परीक्षा नहीं दे सकेंगे। संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा फाॅर्म नहीं भरवाए जाने से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। इसे लेकर महाविद्यालय के स्टूडेंट परेशान हैं।
राधाकृष्ण संस्कृत महाविद्यालय की खुर्जा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से संबंद्ध है। महाविद्यालय के छात्रों ने वर्ष 2011 में शास्त्री प्रथम, द्वितीय, तृतीय और आचार्य प्रथम वर्ष की परीक्षाएं उत्तीर्ण की हैं। इस बार छात्रों से अगली कक्षा के लिए आवेदन पत्र नहीं भरवाए गए। छात्रों और अभिभावकों ने इस संबंध में जब महाविद्यालय प्रशासन से बात की तो बताया गया प्रबंध समिति ने महाविद्यालय बेच दिया है।
विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार छात्र आवेदन उसी महाविद्यालय से भरेंगे, जहां से उन्होंने पहली कक्षा उर्त्तीण की है। छात्रों का कहना है कि 16 मई से विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। वहीं, प्राचार्य बार-बार यही कह रहे हैं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर छात्रों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने विश्वविद्यालय के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।