बुलंदशहर। जिला जेल के एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। परिजनों ने उसकी मौत जहर से होने का आरोप लगाया। कैदी को सीने में दर्द होने के बाद जेल अस्पताल से गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था, वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कैदी हत्या के मामले में डेढ़ साल से आजीवन कारावास की सजा भोग रहा था।
मोहल्ला कसाईवाड़ा निवासी शाहिद (40) को हत्या के मामले में अदालत ने 2010 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जेल प्रशासन के मुताबिक सोमवार दोपहर करीब 12 बजे अचानक उसके सीने में दर्द हुआ और उसे जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कैदी शाहिद की मौत होने की जानकारी मिलने पर परिजन अस्पताल पहुंचे। मृतक के भाई वाहिद ने बताया कि जेल प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। मौत के बाद उसे अस्पताल में उसे छोड़ दिया गया। कैदी की मां भूरी ने बताया कि वह रविवार को अपने बेटे शाहिद से मिलकर जेल से आई थी। वह ठीक था। परिजनों का आरोप है शाहिद के शरीर पर नीले निशान हैं और मुंह से झाग निकल रहा था।
जेल अधीक्षक वीके सिंह का कहना है कि परिजनों का आरोप बेबुनियाद है। कैदी की तबीयकत अचानक तबियत बिगड़ी और उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर उसकी मौत हो गई।