बुलंदशहर। बच्चों के टीकाकरण के लिए अब अभिभावकों को ध्यान रखने की जरूरत नहीं होगी। इसका ध्यान सरकार खुद रखेगी। इसके तहत सरकारी अस्पतालों में प्रसव से पहले फार्म में महिला का मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा। लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से सीधा लाभार्थी के मोबाइल पर बच्चे को कौन सा टीका लगेगा और अगला टीका कब लगेगा इसकी सूचना मैसेज के द्वारा दी जाएगी। शासन ने सीएमओ से एक मई से मोबाइल नंबरों की लिस्ट मांगी है। समय से टीकाकरण योजना के तहत सरकार और डाक्टर जनता को बताएंगे की बच्चे को कब बीसीजी, डीपीटी, ओपीवी, खसरा तथा पोलियो का टीका लगने हैं।
फॉर्म में होगी सारी जानकारी
इसके लिए एक मई से प्रसव मरीजों का पंजीकरण के समय मोबाइल नंबर लिया जा रहा है। मोबाइल नंबर, नाम और स्थाई पता फार्म में दर्ज होगा।
अभी तक टीकाकरण के लिए बच्चे की मां या परिवार को एक कार्ड जारी किया जाता है। इस कार्ड में कब और कौन से टीका लगेगा इसकी सूूचना लिखी होती है। अक्सर देखा गया है कि कार्ड खो जाने तथा समय से टीकाकरण नहीं होते थे। इसलिए सरकार अब मोबाइल एसएमएस से टीकाकरण की सूचना देगी।
- डा. एचएस दानू, सीएमओ
बुलंदशहर। बच्चों के टीकाकरण के लिए अब अभिभावकों को ध्यान रखने की जरूरत नहीं होगी। इसका ध्यान सरकार खुद रखेगी। इसके तहत सरकारी अस्पतालों में प्रसव से पहले फार्म में महिला का मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा। लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से सीधा लाभार्थी के मोबाइल पर बच्चे को कौन सा टीका लगेगा और अगला टीका कब लगेगा इसकी सूचना मैसेज के द्वारा दी जाएगी। शासन ने सीएमओ से एक मई से मोबाइल नंबरों की लिस्ट मांगी है। समय से टीकाकरण योजना के तहत सरकार और डाक्टर जनता को बताएंगे की बच्चे को कब बीसीजी, डीपीटी, ओपीवी, खसरा तथा पोलियो का टीका लगने हैं।
फॉर्म में होगी सारी जानकारी
इसके लिए एक मई से प्रसव मरीजों का पंजीकरण के समय मोबाइल नंबर लिया जा रहा है। मोबाइल नंबर, नाम और स्थाई पता फार्म में दर्ज होगा।
अभी तक टीकाकरण के लिए बच्चे की मां या परिवार को एक कार्ड जारी किया जाता है। इस कार्ड में कब और कौन से टीका लगेगा इसकी सूूचना लिखी होती है। अक्सर देखा गया है कि कार्ड खो जाने तथा समय से टीकाकरण नहीं होते थे। इसलिए सरकार अब मोबाइल एसएमएस से टीकाकरण की सूचना देगी।
- डा. एचएस दानू, सीएमओ