पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
बिजनौर। बुधवार को देवोत्थान एकादशी पर जिले में सबसे बड़ा सहालग है। इसके लिए सभी बैंक्वेट हॉल बुक हो चुके हैं। आलम यह है कि एक बैंक्वेट हॉल में दिन रात दो शादी भी हो रही हैं। बैंक्वेट हॉल न मिलने पर लोग गांव, देहात में टैंट लगाकर शादी के इंतजाम करने में लगे हैं। कोविड 19 के चलते बंद हॉल में केवल 100 लोग ही शादी में हिस्सा ले सकते हैं। इसे लेकर लोग दुविधा में हैं। रिश्तेदार, परिचितों व पड़ोसियों को शादी में आने से खुद ही मना कर रहे हैं। जिले में करीब 500 शादी बुधवार को होनी हैं।
देवोत्थान एकादशी को अनबूझ सहालग कहते हैं। इस दिन बिना सुुझाई शादी भी हो जाती है। शादी का कोई मुहूर्त निकलवाने की जरूरत नहीं होती है। पहले तो कोरोना के चलते शादियों पर रोक लगी थी। पिछले चार माह से देव सोने पर शादी ब्याह का कोई मांगलिक कार्यक्रम नहीं हो रहा था। बुधवार से शादी ब्याह का सीजन शुरू हो रहा है। 11 दिसंबर तक शादी होंगी। देवोत्थान एकादशी पर शादियों के लिए पहले से ही बैंक्वेट हॉल बुक हो चुके हैं। जिले में छोटे बड़े करीब 300 बैंक्वेट हॉल हैं। सभी बैंक्वेट हॉल बुक हैं। दो दिन पहले तक लोग शादी के लिए बैंक्वेट हॉल ढूंढ़ते फिर रहे थे। इंतजाम नहीं होने पर उन्होंने घरों पर ही खाली पड़े मैदान में शादी का इंतजाम करना शुरू कर दिया है। खाली स्थानों पर टैंट लगाए गए हैं। शादी में बंद हॉल के अंदर 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते। इसे लेकर शादी वाले परिवार के लोग दुविधा में हैं। किसे बुलाएं किसे न बुलाएं। इसे लेेकर लोग असमंजस में हैं। उन्होंने अपने तमाम रिश्तेदार, परिचितों व मोहल्ले वालों को शादी में आने से रोक दिया है। कुछ लोगों ने तो यह किया है कि जिन लोगों को रिश्ते में बुलाया है, उन्हें शादी में नहीं बुला रहे हैं। शादी में आने के लिए तमाम रिश्तेदार व परिचित नाराज भी हैं। पर शादी वाले परिवार ऐसे लोगों को शादी के बाद मनाने की बात कह रहे हैं।
सजने हुए शुरू
मंगलवार को बैंक्वेट हॉल शादी के लिए सजने शुरू हो गए हैं। उनमें खाना बनाने का काम भी शुरू हो गया है। कई बैंक्वेट हॉल में शादी की तमाम रस्में हुईं। दिन भर परिवार के लोग इन कामों में जुटे रहे। बिजनौर के कई बैंक्वेट हॉल में दिन भर यह काम चलता रहा। चुनिंदा लोग तैयारी कराने में जुटे रहे। कोरोना को लेकर लोगों के अंदर भय नजर आया। बैंक्वेट हॉल में भी काफी लोग बिना मास्क पहले नहीं रहे।
गाइड लाइन का पालन कराना होगा चुनौती
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गाइड लाइन का पालन कराना शादी वाले परिवारों व बेंक्वेट हॉल संचालकों के लिए भी चुनौती होगा। वेटर से लेकर आने जाने वाले मेहमानों तक पर नजर रखनी होगी। शादी में जाने वाले भी ध्यान रखें और कोई खाना परोसने वाला बिना मास्क के दिखे तो उसे टोक दें। अपनी सुरक्षा करना लोगों की खुद की भी जिम्मेदारी है।
डीजे व बैंड वालों की बुकिंग नहीं
शादी में डीजे व बैंड बजाने को लेकर लोग असमंजस में रहे। एक दूसरे से मालूम करते रहे कि डीजे और बैंड बजेगा या नहीं। बैंड बाजे पर पहले से ही प्रतिबंध है। शासन की अभी कोई गाइड लाइन इस बारे में नहीं आई है। इस बात का ही अधिकारी लोगों को हवाला देकर टरकाते रहे। शादी में डीजे व बैंड बुक न होने से डीजे, बैंड वाले हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
शादी के लिए नहीं मांगी किसी ने अनुमति
शादी के लिए कोई भी अनुमति लेने के लिए प्रशासन के पास नहीं पहुंचा। किसी ने भी थानों में प्रार्थना पत्र नहीं दिया और न ही शादी के लिए एसडीएम कार्यालय में अनुमति मांगी। शासन की गाइडलाइन के मुताबिक बंद हॉल में 100 व खुले हॉल में 200 से ज्यादा लोग शादी में भाग ले सकते हैं। खुले मैदान में शादी में आने वाले लोगों को मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। एसडीएम विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि शादी के लिए कोई अनुमति मांगने नहीं आया है।
यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस रहेगी अलर्ट
एसपी डा.धर्मवीर सिंह के मुताबिक देवोत्थान एकादशी के मौके पर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं। सभी चौराहों पर पुलिस तैनात रहेगी। पुलिस आने जाने वाले वाहनों को निकालने में मदद करेगी। कोशिश रहेगी कि बेंक्वेट हॉल के बाहर ज्यादा संख्या में वाहन खड़े न हों।
बिजनौर में देवोत्थान एकादशी पर शादी के लिए खाना बनाते हलवाई।- फोटो : BIJNOR
बिजनौर में देवोत्थान एकादशी पर शादी के लिए खाना बनाते हलवाई।- फोटो : BIJNOR
बिजनौर। बुधवार को देवोत्थान एकादशी पर जिले में सबसे बड़ा सहालग है। इसके लिए सभी बैंक्वेट हॉल बुक हो चुके हैं। आलम यह है कि एक बैंक्वेट हॉल में दिन रात दो शादी भी हो रही हैं। बैंक्वेट हॉल न मिलने पर लोग गांव, देहात में टैंट लगाकर शादी के इंतजाम करने में लगे हैं। कोविड 19 के चलते बंद हॉल में केवल 100 लोग ही शादी में हिस्सा ले सकते हैं। इसे लेकर लोग दुविधा में हैं। रिश्तेदार, परिचितों व पड़ोसियों को शादी में आने से खुद ही मना कर रहे हैं। जिले में करीब 500 शादी बुधवार को होनी हैं।
देवोत्थान एकादशी को अनबूझ सहालग कहते हैं। इस दिन बिना सुुझाई शादी भी हो जाती है। शादी का कोई मुहूर्त निकलवाने की जरूरत नहीं होती है। पहले तो कोरोना के चलते शादियों पर रोक लगी थी। पिछले चार माह से देव सोने पर शादी ब्याह का कोई मांगलिक कार्यक्रम नहीं हो रहा था। बुधवार से शादी ब्याह का सीजन शुरू हो रहा है। 11 दिसंबर तक शादी होंगी। देवोत्थान एकादशी पर शादियों के लिए पहले से ही बैंक्वेट हॉल बुक हो चुके हैं। जिले में छोटे बड़े करीब 300 बैंक्वेट हॉल हैं। सभी बैंक्वेट हॉल बुक हैं। दो दिन पहले तक लोग शादी के लिए बैंक्वेट हॉल ढूंढ़ते फिर रहे थे। इंतजाम नहीं होने पर उन्होंने घरों पर ही खाली पड़े मैदान में शादी का इंतजाम करना शुरू कर दिया है। खाली स्थानों पर टैंट लगाए गए हैं। शादी में बंद हॉल के अंदर 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते। इसे लेकर शादी वाले परिवार के लोग दुविधा में हैं। किसे बुलाएं किसे न बुलाएं। इसे लेेकर लोग असमंजस में हैं। उन्होंने अपने तमाम रिश्तेदार, परिचितों व मोहल्ले वालों को शादी में आने से रोक दिया है। कुछ लोगों ने तो यह किया है कि जिन लोगों को रिश्ते में बुलाया है, उन्हें शादी में नहीं बुला रहे हैं। शादी में आने के लिए तमाम रिश्तेदार व परिचित नाराज भी हैं। पर शादी वाले परिवार ऐसे लोगों को शादी के बाद मनाने की बात कह रहे हैं।
सजने हुए शुरू
मंगलवार को बैंक्वेट हॉल शादी के लिए सजने शुरू हो गए हैं। उनमें खाना बनाने का काम भी शुरू हो गया है। कई बैंक्वेट हॉल में शादी की तमाम रस्में हुईं। दिन भर परिवार के लोग इन कामों में जुटे रहे। बिजनौर के कई बैंक्वेट हॉल में दिन भर यह काम चलता रहा। चुनिंदा लोग तैयारी कराने में जुटे रहे। कोरोना को लेकर लोगों के अंदर भय नजर आया। बैंक्वेट हॉल में भी काफी लोग बिना मास्क पहले नहीं रहे।
गाइड लाइन का पालन कराना होगा चुनौती
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गाइड लाइन का पालन कराना शादी वाले परिवारों व बेंक्वेट हॉल संचालकों के लिए भी चुनौती होगा। वेटर से लेकर आने जाने वाले मेहमानों तक पर नजर रखनी होगी। शादी में जाने वाले भी ध्यान रखें और कोई खाना परोसने वाला बिना मास्क के दिखे तो उसे टोक दें। अपनी सुरक्षा करना लोगों की खुद की भी जिम्मेदारी है।
डीजे व बैंड वालों की बुकिंग नहीं
शादी में डीजे व बैंड बजाने को लेकर लोग असमंजस में रहे। एक दूसरे से मालूम करते रहे कि डीजे और बैंड बजेगा या नहीं। बैंड बाजे पर पहले से ही प्रतिबंध है। शासन की अभी कोई गाइड लाइन इस बारे में नहीं आई है। इस बात का ही अधिकारी लोगों को हवाला देकर टरकाते रहे। शादी में डीजे व बैंड बुक न होने से डीजे, बैंड वाले हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
शादी के लिए नहीं मांगी किसी ने अनुमति
शादी के लिए कोई भी अनुमति लेने के लिए प्रशासन के पास नहीं पहुंचा। किसी ने भी थानों में प्रार्थना पत्र नहीं दिया और न ही शादी के लिए एसडीएम कार्यालय में अनुमति मांगी। शासन की गाइडलाइन के मुताबिक बंद हॉल में 100 व खुले हॉल में 200 से ज्यादा लोग शादी में भाग ले सकते हैं। खुले मैदान में शादी में आने वाले लोगों को मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। एसडीएम विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि शादी के लिए कोई अनुमति मांगने नहीं आया है।
यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस रहेगी अलर्ट
एसपी डा.धर्मवीर सिंह के मुताबिक देवोत्थान एकादशी के मौके पर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं। सभी चौराहों पर पुलिस तैनात रहेगी। पुलिस आने जाने वाले वाहनों को निकालने में मदद करेगी। कोशिश रहेगी कि बेंक्वेट हॉल के बाहर ज्यादा संख्या में वाहन खड़े न हों।
बिजनौर में देवोत्थान एकादशी पर शादी के लिए खाना बनाते हलवाई।- फोटो : BIJNOR
बिजनौर में देवोत्थान एकादशी पर शादी के लिए खाना बनाते हलवाई।- फोटो : BIJNOR