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बिजनौर। डिग्री कॉलेज में धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी है। दूसरे दिन कालेज आने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है। कालेजों का मास्क की निगरानी को मोबाइल टीम बनी है। ग्रामीण छात्र कम संख्या में कालेज आ रहे हैं। कक्षाओं में भी छात्र-छात्राए बिना मास्क के पढ़ाई नहीं कर रहे हैं।
जिले में 108 डिग्री कॉलेज है। कोरोना के चलते करीब नौ माह से कॉलेज बंद थे। ऑनलाइन पढ़ाई जरूर हो रही थी। कालेज नहीं आने का सबसे अधिक असर विज्ञान संकाय के छात्रों पर पड़ रहा था। छात्रों के प्रैक्टिकल नहीं हो रहे थे। शौर्य, रूबिना, महिमा आदि छात्राओं ने बताया कि कक्षा में पढ़ाई से समस्या तुरंत दूर हो जाती है। हर चैप्टर की कुछ समस्या ऐसी होती है जो शिक्षकों को सामने पढ़ाने पर ही दिमाग में आती है। दूसरे दिन कॉलेज में छात्रों की उपस्थिति 15 प्रतिशत तक पहुंच गई है। कस्बों के डिग्री कॉलेज में उपस्थिति बढ़ी है। कॉलेज के शिक्षकों के अनुसार ग्रामीण छात्र कम संख्या में आ रहे हैं। कहा कि अभी विभिन्न मार्गों पर यातायात व्यवस्था सुचारू नहीं है।
वर्धमान कालेज में बीएड विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एसके जोशी ने बताया कि छात्र कक्षाओं में आने लगे हैं। जल्द स्थिति सामान्य हो जाएगी। विवेक कॉलेज में लॉ विभाग के प्राचार्य राजीव चौधरी के अनुसार कक्षा नियमित चलने लगी हैं। कालेजों में छात्रों को मास्क लगाकर आने पर पूरा ध्यान है। शहरी तथा कस्बों के कालेजों में मुख्य द्वार पर ही सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। आगंतुकों को बाहर ही रोक दिया जाता है। कॉलेज परिसर में निगरानी के लिए मोबाइल टीम लगी है। सभी संकाय में हैंड सैनिटाइजेशन की व्यवस्था है। वर्धमान कालेज बिजनौर के रसायन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर मुकेश कुमार ने बताया कि प्रयोगशालाओं में सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
बिजनौर मे विवेक कॉलेज में छात्र छात्राओं को पढ़ाते शिक्षक।- फोटो : BIJNOR
बिजनौर। डिग्री कॉलेज में धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी है। दूसरे दिन कालेज आने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है। कालेजों का मास्क की निगरानी को मोबाइल टीम बनी है। ग्रामीण छात्र कम संख्या में कालेज आ रहे हैं। कक्षाओं में भी छात्र-छात्राए बिना मास्क के पढ़ाई नहीं कर रहे हैं।
जिले में 108 डिग्री कॉलेज है। कोरोना के चलते करीब नौ माह से कॉलेज बंद थे। ऑनलाइन पढ़ाई जरूर हो रही थी। कालेज नहीं आने का सबसे अधिक असर विज्ञान संकाय के छात्रों पर पड़ रहा था। छात्रों के प्रैक्टिकल नहीं हो रहे थे। शौर्य, रूबिना, महिमा आदि छात्राओं ने बताया कि कक्षा में पढ़ाई से समस्या तुरंत दूर हो जाती है। हर चैप्टर की कुछ समस्या ऐसी होती है जो शिक्षकों को सामने पढ़ाने पर ही दिमाग में आती है। दूसरे दिन कॉलेज में छात्रों की उपस्थिति 15 प्रतिशत तक पहुंच गई है। कस्बों के डिग्री कॉलेज में उपस्थिति बढ़ी है। कॉलेज के शिक्षकों के अनुसार ग्रामीण छात्र कम संख्या में आ रहे हैं। कहा कि अभी विभिन्न मार्गों पर यातायात व्यवस्था सुचारू नहीं है।
वर्धमान कालेज में बीएड विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एसके जोशी ने बताया कि छात्र कक्षाओं में आने लगे हैं। जल्द स्थिति सामान्य हो जाएगी। विवेक कॉलेज में लॉ विभाग के प्राचार्य राजीव चौधरी के अनुसार कक्षा नियमित चलने लगी हैं। कालेजों में छात्रों को मास्क लगाकर आने पर पूरा ध्यान है। शहरी तथा कस्बों के कालेजों में मुख्य द्वार पर ही सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। आगंतुकों को बाहर ही रोक दिया जाता है। कॉलेज परिसर में निगरानी के लिए मोबाइल टीम लगी है। सभी संकाय में हैंड सैनिटाइजेशन की व्यवस्था है। वर्धमान कालेज बिजनौर के रसायन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर मुकेश कुमार ने बताया कि प्रयोगशालाओं में सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
बिजनौर मे विवेक कॉलेज में छात्र छात्राओं को पढ़ाते शिक्षक।- फोटो : BIJNOR