नहटौर। नहटौर-हल्दौर मार्ग पर गांव कुंडा के पास सोमवार की रात हुए भीषण सड़क हादसे ने गांव डूंडाखेड़ी को मौत के मातम में डुबो दिया। हादसे का शिकार बने छह लोगों में गांव के जरूरतमंद परिवारों के चार बालक भी थे, जो मजदूरी कमाने के लालच में काल के गाल में समा गए। चाराें 15 से 16 वर्ष के छात्र थे। सोमवार की रात हुई भीषण दुर्घटना में छह लोगों की मौत पर गांव में हर तरफ कोहराम मचा रहा। एहतियातन कई थानों की पुलिस भी तैनात की गई।
गांव डूंडाखेड़ी में सोमवार की सुबह गांव का ही कलवा ट्रैक्टर ट्राली लेकर बाग से आम तोड़ने के लिए युवकों तथा टूटे आम उठाने के लिए बच्चों को ले जा रहा था। 200 रुपये मजदूरी की खुशी में बच्चे भी चले गए थे। गंज से लौटते समय नहटौर-हल्दौर मार्ग पर गांव कुंडा के पास चीनी से लदे ट्रक से हादसा होने पर गांव के महेंद्र व किशोर सूरज, छोटू, अर्जुन व युवक दीपक तथा नहटौर के हाथी वाला मंदिर निवासी दीपू की मौत हो गई। 47 घायलों में से 21 किशोर थे। मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। गांव में चीख पुकार मची हुई है। कई घायल गांव में पहुंच गए हैं।
जीवित युवक को मोर्चरी में रख दिया
फोटो 6,7
बिजनौर। सोमवार की रात हल्दौर-नहटौर मार्ग पर ट्रक व टैक्टर ट्राली की भिड़ंत में घायल हुए रामकुमार के 20 वर्षीय पुत्र सोनू के उपचार में डाक्टरों व पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। पहले तो वह घंटाें सड़क पर तड़पता रहा। बाद में जिला अस्पताल में उसे मृत समझकर मोरर्चरी में रख दिया। ग्रामीणोें के हंगामा करने पर उसे वहां से निकालकर मेरठ रेफर किया गया। अगर सोनू को मोरचरी से बाहर न निकाला जाता तो शायद वहीं दम तोड़ देता।
ग्रामीणों के मुताबिक हादसे में रामकुमार का पुत्र सोनू भी घायल हो गया। पहले तो सोनू को कोई उठाकर नहीं लाया। करीब दो घंटे तक वह सड़क पर पड़ा तड़पता रहा। बाद में पुलिस उसे लेकर जिला अस्पताल आई। वहां सोनू को मृत समझकर मोरचरी में रख दिया। देर रात अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने देखा तो सोनू की सांसें चल रहीं थीं। ग्रामीणों ने इस पर हंगामा करना शुरू किया तो उसे मोरचरी से बाहर निकाला गया। हालत गंभीर देख उसे मरेठ रेफर किया गया।
मुसीबत में कोई नहीं आया काम
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुसीबत की इस घड़ी में कोई उनके साथ खड़ा नहीं हुआ। सोनू को मेरठ ले जाने के लिए जो एंबुलेंस आई उसके चालक ने मेरठ के लिए 3600 रुपये लिए, तब वह सोनू को लेकर मेरठ गया।
ट्रैक्टर पर सवार सभी बचे
गांव डूंडाखेड़ी निवासी हादसे के गवाह महेंद्र के पुत्र दीपू ने बताया कि वह चार अन्य लोगों के साथ ट्रैक्टर पर सवार था। नहटौर की ओर से चीनी से लदा ट्रक लहराता हुआ आ रहा था और ट्राली में आ घुसा। ट्रैक्टर पर सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए। चालक कलवा को जरूर चोर्टें आइं। दीपू ने बताया कि 47 लोग ट्राली में व पांच लोग ट्रैक्टर पर सवार थे।
200 रुपये की मजदूरी पर गए थे
आम तोड़ने गए सभी लोग 200 रुपये की मजदूरी पर गए थे। ग्रामीणों के मुताबिक नहटौर के ठेकेदार फरीद, मुजाहिद, वहीद ने उन्हें मजदूरी पर भेजा था। सभी लोग प्रतिदिन जाते थे।
मृतकों में महेंद्र ही है शादीशुदा
हादसे में मरे छह लोगों में केवल महेंद्र ही शादीशुदा था। बाकी सभी किशोर छात्र थे तथा कमाई के लालच में आम तोड़ने के लिए मजदूरी करने गए थे। इन छात्रों को क्या मालूम था कि मौत उनका इंतजार कर रही है। एक दिन की कमाई उन्हें इतनी महंगी पडे़गी। स्कूल की पढ़ाई छोड़ कर ये सभी छात्र मजदूरी करने गए थे। शादीशुदा महेंद्र के तीन बच्चे हैं। बड़ी लड़की की शादी तय हो गई थी। हाल ही में शादी होने वाली थी।
सोनू के मरने की उड़ती रही अफवाह
मेरठ में भर्ती रामकुमार पुत्र सोनू के मरने की दिन भर अफवाह उड़ती रही, पर इसकी पुष्टि नहीं हुई। शहर कोतवाल ने भी एक बार बताया कि सोनू के मरने का पता चला है। सोनू के अलावा एक और युवक के मरने की अफवाह उड़ी।
शराब के नशे में था चालक
एसओ हल्दौर के मुताबिक हादसे के दौरान ट्रक चालक मुकेश शराब के नशे में था। नशे की हालत में ही वह ट्रक चला रहा था। ट्रक में चीनी लदी थी, जो हादसे के दौरान सड़क पर बिखर गई। ट्रक जयपुर राजस्थान का है। चालक मुकेश भी राजस्थान का रहने वाला है। मुकेश घायल है उसका भी मेरठ उपचार चल रहा है।
हादसे में मरे लोग
नहटौर थाने के गांव डूंडापुरी निवासी हादसे में मरे दीपक कुमार उर्फ काले (19), पुत्र मुनेश्वर, महेंद्र सिंह (34) पुत्र दयाराम, सूरज उर्फ छोटे (16) पुत्र योगेंद्र, अर्जुन (15) पुत्र पूरन, इंद्रजीत उर्फ छोटे (15) पुत्र महेंद्र, दीपू (17) पुत्र बीरपाल निवासी हाथीवाला मंदिर नहटौर शामिल हैं।
जिला अस्पताल में भर्ती घायल
सोनू पुत्र रामकुमार, परवेंद्र पुत्र राजेंद्र, अक्षर पुत्र खजान, टिकैत पुत्र महीपाल, सुरेंद्र पुत्र रामचरन, राजा पुत्र विक्रम, मोनू पुत्र झबरे, मंकीश पुत्र जयप्रकाश, सूरज पुत्र बलबीर, विनोद पुत्र रमेश, टीटू पुत्र बलराम, रोहिताश पुत्र रामस्वरूप, त्रिमोहन पुत्र सतीश, सतपाल पुत्र रोहिताश समेत ट्राली में सवार सभी लोग घायल हुए।
नहटौर। नहटौर-हल्दौर मार्ग पर गांव कुंडा के पास सोमवार की रात हुए भीषण सड़क हादसे ने गांव डूंडाखेड़ी को मौत के मातम में डुबो दिया। हादसे का शिकार बने छह लोगों में गांव के जरूरतमंद परिवारों के चार बालक भी थे, जो मजदूरी कमाने के लालच में काल के गाल में समा गए। चाराें 15 से 16 वर्ष के छात्र थे। सोमवार की रात हुई भीषण दुर्घटना में छह लोगों की मौत पर गांव में हर तरफ कोहराम मचा रहा। एहतियातन कई थानों की पुलिस भी तैनात की गई।
गांव डूंडाखेड़ी में सोमवार की सुबह गांव का ही कलवा ट्रैक्टर ट्राली लेकर बाग से आम तोड़ने के लिए युवकों तथा टूटे आम उठाने के लिए बच्चों को ले जा रहा था। 200 रुपये मजदूरी की खुशी में बच्चे भी चले गए थे। गंज से लौटते समय नहटौर-हल्दौर मार्ग पर गांव कुंडा के पास चीनी से लदे ट्रक से हादसा होने पर गांव के महेंद्र व किशोर सूरज, छोटू, अर्जुन व युवक दीपक तथा नहटौर के हाथी वाला मंदिर निवासी दीपू की मौत हो गई। 47 घायलों में से 21 किशोर थे। मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। गांव में चीख पुकार मची हुई है। कई घायल गांव में पहुंच गए हैं।
जीवित युवक को मोर्चरी में रख दिया
फोटो 6,7
बिजनौर। सोमवार की रात हल्दौर-नहटौर मार्ग पर ट्रक व टैक्टर ट्राली की भिड़ंत में घायल हुए रामकुमार के 20 वर्षीय पुत्र सोनू के उपचार में डाक्टरों व पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। पहले तो वह घंटाें सड़क पर तड़पता रहा। बाद में जिला अस्पताल में उसे मृत समझकर मोरर्चरी में रख दिया। ग्रामीणोें के हंगामा करने पर उसे वहां से निकालकर मेरठ रेफर किया गया। अगर सोनू को मोरचरी से बाहर न निकाला जाता तो शायद वहीं दम तोड़ देता।
ग्रामीणों के मुताबिक हादसे में रामकुमार का पुत्र सोनू भी घायल हो गया। पहले तो सोनू को कोई उठाकर नहीं लाया। करीब दो घंटे तक वह सड़क पर पड़ा तड़पता रहा। बाद में पुलिस उसे लेकर जिला अस्पताल आई। वहां सोनू को मृत समझकर मोरचरी में रख दिया। देर रात अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने देखा तो सोनू की सांसें चल रहीं थीं। ग्रामीणों ने इस पर हंगामा करना शुरू किया तो उसे मोरचरी से बाहर निकाला गया। हालत गंभीर देख उसे मरेठ रेफर किया गया।
मुसीबत में कोई नहीं आया काम
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुसीबत की इस घड़ी में कोई उनके साथ खड़ा नहीं हुआ। सोनू को मेरठ ले जाने के लिए जो एंबुलेंस आई उसके चालक ने मेरठ के लिए 3600 रुपये लिए, तब वह सोनू को लेकर मेरठ गया।
ट्रैक्टर पर सवार सभी बचे
गांव डूंडाखेड़ी निवासी हादसे के गवाह महेंद्र के पुत्र दीपू ने बताया कि वह चार अन्य लोगों के साथ ट्रैक्टर पर सवार था। नहटौर की ओर से चीनी से लदा ट्रक लहराता हुआ आ रहा था और ट्राली में आ घुसा। ट्रैक्टर पर सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए। चालक कलवा को जरूर चोर्टें आइं। दीपू ने बताया कि 47 लोग ट्राली में व पांच लोग ट्रैक्टर पर सवार थे।
200 रुपये की मजदूरी पर गए थे
आम तोड़ने गए सभी लोग 200 रुपये की मजदूरी पर गए थे। ग्रामीणों के मुताबिक नहटौर के ठेकेदार फरीद, मुजाहिद, वहीद ने उन्हें मजदूरी पर भेजा था। सभी लोग प्रतिदिन जाते थे।
मृतकों में महेंद्र ही है शादीशुदा
हादसे में मरे छह लोगों में केवल महेंद्र ही शादीशुदा था। बाकी सभी किशोर छात्र थे तथा कमाई के लालच में आम तोड़ने के लिए मजदूरी करने गए थे। इन छात्रों को क्या मालूम था कि मौत उनका इंतजार कर रही है। एक दिन की कमाई उन्हें इतनी महंगी पडे़गी। स्कूल की पढ़ाई छोड़ कर ये सभी छात्र मजदूरी करने गए थे। शादीशुदा महेंद्र के तीन बच्चे हैं। बड़ी लड़की की शादी तय हो गई थी। हाल ही में शादी होने वाली थी।
सोनू के मरने की उड़ती रही अफवाह
मेरठ में भर्ती रामकुमार पुत्र सोनू के मरने की दिन भर अफवाह उड़ती रही, पर इसकी पुष्टि नहीं हुई। शहर कोतवाल ने भी एक बार बताया कि सोनू के मरने का पता चला है। सोनू के अलावा एक और युवक के मरने की अफवाह उड़ी।
शराब के नशे में था चालक
एसओ हल्दौर के मुताबिक हादसे के दौरान ट्रक चालक मुकेश शराब के नशे में था। नशे की हालत में ही वह ट्रक चला रहा था। ट्रक में चीनी लदी थी, जो हादसे के दौरान सड़क पर बिखर गई। ट्रक जयपुर राजस्थान का है। चालक मुकेश भी राजस्थान का रहने वाला है। मुकेश घायल है उसका भी मेरठ उपचार चल रहा है।
हादसे में मरे लोग
नहटौर थाने के गांव डूंडापुरी निवासी हादसे में मरे दीपक कुमार उर्फ काले (19), पुत्र मुनेश्वर, महेंद्र सिंह (34) पुत्र दयाराम, सूरज उर्फ छोटे (16) पुत्र योगेंद्र, अर्जुन (15) पुत्र पूरन, इंद्रजीत उर्फ छोटे (15) पुत्र महेंद्र, दीपू (17) पुत्र बीरपाल निवासी हाथीवाला मंदिर नहटौर शामिल हैं।
जिला अस्पताल में भर्ती घायल
सोनू पुत्र रामकुमार, परवेंद्र पुत्र राजेंद्र, अक्षर पुत्र खजान, टिकैत पुत्र महीपाल, सुरेंद्र पुत्र रामचरन, राजा पुत्र विक्रम, मोनू पुत्र झबरे, मंकीश पुत्र जयप्रकाश, सूरज पुत्र बलबीर, विनोद पुत्र रमेश, टीटू पुत्र बलराम, रोहिताश पुत्र रामस्वरूप, त्रिमोहन पुत्र सतीश, सतपाल पुत्र रोहिताश समेत ट्राली में सवार सभी लोग घायल हुए।