नजीबाबाद। शहीद बाबा दीप सिंह जी का जनम दिहाड़ा हर्षोल्लास से मनाया। धर्म प्रचारकों ने देश, धर्म और कौम के लिए न्यौछावर करने का जज्बा दिलों में जगाने का आह्वान किया।
ग्राम ताहरपुर स्थित शहीद बाबा दीप सिंह परिसर में शनिवार की सुबह अखंड पाठ साहिब का समापन हुआ। इस मौके पर सजे विशेष दीवान में अमृतसर से पहुंचे कविश्री ज्ञानी स्वरूप सिंह ने कविताओं से गुरू इतिहास से रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि बाबा दीप सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन गुरू सेवा में समर्पित रखा। उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए कई बार विरोधियों से मोर्चा लिया और गुरू घर की मर्यादा को सर्वोपरि रखते हुए सिखी पर कभी आंच नहीं आने दी।
गुरुद्वारा साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी सुखविंदर सिंह ने बाबा दीप सिंह के आदर्शों को आत्मसात कर देश और धर्म के लिए कुर्बानी के लिए तत्पर रखने की सलाह दी। घासीवाला से पहुंचे ज्ञानी चिरमल सिंह ने भी शबद - कीर्तन का गायन किया। गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सुखपाल सिंह के मंच संचालन में आयोजित कार्यक्रम का समापन आनंद साहिब के पाठ, अरदास और हुुकुमनामे के साथ हुआ। समापन पर लंगर बरताया। जनम दिहाड़ा कार्यक्रम में ज्ञानी मंजीत सिंह, ज्ञानी गुरमेल सिंह, साहब सिंह, सरदूल सिंह, रतन लाल, सतविंदर सिंह पोप, लखवीर सिंह, परमजीत सिंह पम्मा, कुलवंत सिंह, गुरजीत सिंह, गुरमीत सिंह आदि रहे।