पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
बिजनौर। रोडवेज डिपो द्वारा बाजार से बसों के लिए खरीदे जा रहे डीजल में बड़ा गड़बड़झाला हो सकता है। डिपो के अधिकारी प्रतिदिन होने वाली खपत करीब चार लाख रुपये के डीजल खरीद का कैश में भुगतान कर रहे हैं। किसी भी सरकारी विभाग में इतनी बड़ी खरीद फरोख्त का कैश भुगतान नियम विरुद्ध है।
तेल कंपनियों ने 17 जनवरी को 11.25 रुपये प्रति लीटर डीजल के दामों में बढ़ोतरी करके निगम को झटका दिया था। इस पर निगम ने क्षेत्रीय प्रबंधकों को बाजार से नकद डीजल खरीदने के निर्देश दिए थे। बिजनौर डिपो में निगम की 106 बसें हैं, जिनमें प्रतिदिन सात से आठ हजार लीटर डीजल यानी साढ़े तीन से चार लाख रुपये के तेल की प्रतिदिन खपत होती है। बिजनौर डिपो में प्रतिदिन खरीदे जाने वाले डीजल का नकद भुगतान हो रहा है। सरकारी विभागों में खरीद फरोख्त करते समय चेक से ही भुगतान किया जाता है, ताकि खरीदे और बेचे जाने की प्रक्रिया में पारदर्शिता रहे।
..................
प्रत्येक बस में जितना तेल खरीदा जाता है, उसकी अलग-अलग पर्ची बनवाई जा रही है। प्रत्येक बस में करीब एक से दो हजार तक डीजल भरवाया जा रहा है। इसकी पर्ची भी अलग-अलग बनवाई जा रही है। बसों की तेल खरीद के अनुसार ही पंप को कैश में भुगतान किया जा रहा है। बसों में तेल भरवाने के लिए एक बाबू की ड्यूटी पेट्रोल पंप पर लगा रखी है।
-नरेंद्र कुमार, एआरएम बिजनौर
बिजनौर। रोडवेज डिपो द्वारा बाजार से बसों के लिए खरीदे जा रहे डीजल में बड़ा गड़बड़झाला हो सकता है। डिपो के अधिकारी प्रतिदिन होने वाली खपत करीब चार लाख रुपये के डीजल खरीद का कैश में भुगतान कर रहे हैं। किसी भी सरकारी विभाग में इतनी बड़ी खरीद फरोख्त का कैश भुगतान नियम विरुद्ध है।
तेल कंपनियों ने 17 जनवरी को 11.25 रुपये प्रति लीटर डीजल के दामों में बढ़ोतरी करके निगम को झटका दिया था। इस पर निगम ने क्षेत्रीय प्रबंधकों को बाजार से नकद डीजल खरीदने के निर्देश दिए थे। बिजनौर डिपो में निगम की 106 बसें हैं, जिनमें प्रतिदिन सात से आठ हजार लीटर डीजल यानी साढ़े तीन से चार लाख रुपये के तेल की प्रतिदिन खपत होती है। बिजनौर डिपो में प्रतिदिन खरीदे जाने वाले डीजल का नकद भुगतान हो रहा है। सरकारी विभागों में खरीद फरोख्त करते समय चेक से ही भुगतान किया जाता है, ताकि खरीदे और बेचे जाने की प्रक्रिया में पारदर्शिता रहे।
..................
प्रत्येक बस में जितना तेल खरीदा जाता है, उसकी अलग-अलग पर्ची बनवाई जा रही है। प्रत्येक बस में करीब एक से दो हजार तक डीजल भरवाया जा रहा है। इसकी पर्ची भी अलग-अलग बनवाई जा रही है। बसों की तेल खरीद के अनुसार ही पंप को कैश में भुगतान किया जा रहा है। बसों में तेल भरवाने के लिए एक बाबू की ड्यूटी पेट्रोल पंप पर लगा रखी है।
-नरेंद्र कुमार, एआरएम बिजनौर