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नजीबाबाद । हादसे में माता-पिता और भाई को खो चुकी शगुन की हालत शुक्रवार को फिर बिगड़ गई। उसे पूजा हॉस्पिटल में भर्ती कराकर ऑक्सीजन दी जा रही है।
तीन दिसंबर 2012 को ट्रक की चपेट में आने से शगुन के पिता राजीव श्रीवास्तव, मां रानी श्रीवास्तव, भाई प्रियांशु की मौत हो गई थी। शगुन को गंभीर चोटें आईं थी। उसे पूजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। लंबे उपचार के बाद हालत में कुछ सुधार होने पर शगुन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। घर पर अभी कुछ ही दिन बीते थे कि शुक्रवार की सुबह शगुन के हाथ और पांव कांपने लगे। पल भर में उसे दौरे भी पड़ने लगे। शगुन की ताई कमलेश श्रीवास्तव और चाची अंजलि श्रीवास्तव ने शगुन को फिर से पूजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया। शगुन को ऑक्सीजन दी जा रही है। शगुन की चाची अंजलि ने बताया कि शगुन का उपचार जौली ग्रांट अस्पताल में चल रहा है। पूजा हॉस्पिटल में हालत में कुछ सुधार होने पर उसे जौली ग्रांट ले जाया जाएगा।
नजीबाबाद । हादसे में माता-पिता और भाई को खो चुकी शगुन की हालत शुक्रवार को फिर बिगड़ गई। उसे पूजा हॉस्पिटल में भर्ती कराकर ऑक्सीजन दी जा रही है।
तीन दिसंबर 2012 को ट्रक की चपेट में आने से शगुन के पिता राजीव श्रीवास्तव, मां रानी श्रीवास्तव, भाई प्रियांशु की मौत हो गई थी। शगुन को गंभीर चोटें आईं थी। उसे पूजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। लंबे उपचार के बाद हालत में कुछ सुधार होने पर शगुन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। घर पर अभी कुछ ही दिन बीते थे कि शुक्रवार की सुबह शगुन के हाथ और पांव कांपने लगे। पल भर में उसे दौरे भी पड़ने लगे। शगुन की ताई कमलेश श्रीवास्तव और चाची अंजलि श्रीवास्तव ने शगुन को फिर से पूजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया। शगुन को ऑक्सीजन दी जा रही है। शगुन की चाची अंजलि ने बताया कि शगुन का उपचार जौली ग्रांट अस्पताल में चल रहा है। पूजा हॉस्पिटल में हालत में कुछ सुधार होने पर उसे जौली ग्रांट ले जाया जाएगा।