नजीबाबाद/मंडावली। हसनपुर जट निवासी ज्ञान सिंह द्वारा रामदासवाली से मिला शव 14 वर्षीय पुत्री ज्योति का होने के दावे के बावजूद मंडावली पुलिस सकते में है। मृतका के हाथ पर प्रेमवती गुदा था, जिससे पुलिस असमंजस में है।
मंडावली थाना क्षेत्र के रामदासवाली जंगल में मूलचंद के खेत से मिले शव की पहचान हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव हसनपुर जट की 14 वर्षीय ज्योति के रूप में परिजनों ने की। शव के हाथ पर प्रेमवती गुदा था। जिसे लेकर थानाध्यक्ष सकते में है। अमर उजाला में अज्ञात शव का इश्तेहार छपने के बाद 11 अगस्त को मृतका के पिता ज्ञान सिंह ने कपड़ों एवं फोटो से ज्योति का शव होने की पुष्टि की थी। थानाध्यक्ष ने रविवार को पुन: ज्ञान सिंह को थाने बुलाया। उनके साथ आए महेंद्र सिंह एवं विजेंद्र सिंह ने पुन: कपड़ों एवं फोटो के आधार पर ज्योति का शव होने की पुष्टि की, लेकिन ज्योति का शव होने की बात अभी भी पुलिस के गले नहीं उतर रही। थानाध्यक्ष ने ज्योति के पिता को छह अगस्त को मिली लाश के फोटो तथा उसके पहने कपड़ों को परिजनों को सौंपा दिया था। पिता ने पुलिस को बताया कि उसके हाथ पर ओम लिखा था। उसके गुमशुदा होने के बाद उसी पर किसी ने भ्रम पैदा करने के लिए प्रेमवती गोद दिया। मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके गला दबाने से मृत्यु होने की पुष्टि हुई है।
नजीबाबाद/मंडावली। हसनपुर जट निवासी ज्ञान सिंह द्वारा रामदासवाली से मिला शव 14 वर्षीय पुत्री ज्योति का होने के दावे के बावजूद मंडावली पुलिस सकते में है। मृतका के हाथ पर प्रेमवती गुदा था, जिससे पुलिस असमंजस में है।
मंडावली थाना क्षेत्र के रामदासवाली जंगल में मूलचंद के खेत से मिले शव की पहचान हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव हसनपुर जट की 14 वर्षीय ज्योति के रूप में परिजनों ने की। शव के हाथ पर प्रेमवती गुदा था। जिसे लेकर थानाध्यक्ष सकते में है। अमर उजाला में अज्ञात शव का इश्तेहार छपने के बाद 11 अगस्त को मृतका के पिता ज्ञान सिंह ने कपड़ों एवं फोटो से ज्योति का शव होने की पुष्टि की थी। थानाध्यक्ष ने रविवार को पुन: ज्ञान सिंह को थाने बुलाया। उनके साथ आए महेंद्र सिंह एवं विजेंद्र सिंह ने पुन: कपड़ों एवं फोटो के आधार पर ज्योति का शव होने की पुष्टि की, लेकिन ज्योति का शव होने की बात अभी भी पुलिस के गले नहीं उतर रही। थानाध्यक्ष ने ज्योति के पिता को छह अगस्त को मिली लाश के फोटो तथा उसके पहने कपड़ों को परिजनों को सौंपा दिया था। पिता ने पुलिस को बताया कि उसके हाथ पर ओम लिखा था। उसके गुमशुदा होने के बाद उसी पर किसी ने भ्रम पैदा करने के लिए प्रेमवती गोद दिया। मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके गला दबाने से मृत्यु होने की पुष्टि हुई है।