बस्ती। इंडिया मार्का टू हैंडपंपों की स्थापना और रिबोर पर लगी रोक शासन ने हटा ली है। इससे अवशेष पड़े हैंडपंपों की स्थापना और उनके रिबोर की कार्यवाही शुरू हो सकेगी। शासन ने अवशेष कार्यों को यथाशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है।
शासन ने 21 सितंबर को प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2012-13 में लक्षित हैंडपंपों के अधिष्ठापन और रिबोर की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी। शासन ने रोक हटाते हुए हैंडपंपों के अधिष्ठापन और रिबोर की इजाजत दे दी है। नए इंडिया मार्क-टू हैंडपंपों की स्थापना 150 की आबादी पर होगी। दो हैंडपंपों के बीच की दूरी कम से कम 75 मीटर निर्धारित की गई है। इस कार्य में डा. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम सहित स्थानीय आवश्यकता और छूटी हुई बस्तियों का भी ध्यान रखना होगा। जनपद के प्रभारी मंत्री की ओर से अनुमोदित सूची के अनुरूप हैंडपंप लगाए जाएंगे। बस्ती में 400 नए हैंडपंपों का अधिष्ठापन कराया जाना है। इसके बाद राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना पर ध्यान देना होगा।
हैंडपंपों के अधिष्ठापन का कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम और यूपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कारपोरेशन लिमिटेड कराएगा। इनके बीच कार्य का अनुपात 90:10 का होगा। इसी सीमा तक बजट और स्थान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जल निगम के अधिशासी अभियंता पीएस सिंह ने कहा कि शासनादेश उन्हें मिल चुका है। निर्देशों के अनुरूप कार्य जल्द ही प्रारंभ कर दिए जाएंगे।
बस्ती। इंडिया मार्का टू हैंडपंपों की स्थापना और रिबोर पर लगी रोक शासन ने हटा ली है। इससे अवशेष पड़े हैंडपंपों की स्थापना और उनके रिबोर की कार्यवाही शुरू हो सकेगी। शासन ने अवशेष कार्यों को यथाशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है।
शासन ने 21 सितंबर को प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2012-13 में लक्षित हैंडपंपों के अधिष्ठापन और रिबोर की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी। शासन ने रोक हटाते हुए हैंडपंपों के अधिष्ठापन और रिबोर की इजाजत दे दी है। नए इंडिया मार्क-टू हैंडपंपों की स्थापना 150 की आबादी पर होगी। दो हैंडपंपों के बीच की दूरी कम से कम 75 मीटर निर्धारित की गई है। इस कार्य में डा. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम सहित स्थानीय आवश्यकता और छूटी हुई बस्तियों का भी ध्यान रखना होगा। जनपद के प्रभारी मंत्री की ओर से अनुमोदित सूची के अनुरूप हैंडपंप लगाए जाएंगे। बस्ती में 400 नए हैंडपंपों का अधिष्ठापन कराया जाना है। इसके बाद राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना पर ध्यान देना होगा।
हैंडपंपों के अधिष्ठापन का कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम और यूपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कारपोरेशन लिमिटेड कराएगा। इनके बीच कार्य का अनुपात 90:10 का होगा। इसी सीमा तक बजट और स्थान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जल निगम के अधिशासी अभियंता पीएस सिंह ने कहा कि शासनादेश उन्हें मिल चुका है। निर्देशों के अनुरूप कार्य जल्द ही प्रारंभ कर दिए जाएंगे।