बस्ती। डीआईजी ने तीनों जिले के सिपाहियों को आगाह किया है कि पेशी के दौरान बंदियों के साथ लापरवाही से पेश आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी तरह की गड़बड़ी सामने आई तो कांस्टेबल को बर्खास्त किया जाएगा। आए दिन पेशी के दौरान लापरवाही के चलते पुलिस पर दाग लगने के बाद डीआईजी ने यह निर्णय लिया है।
बात अभी जल्दी की है। कोतवाली के सुपेलवा मोहल्ले के राम सबद के घर 2008 में पड़ी डकैती के अभियुक्त बबलू उर्फ डगरीला के केस की फास्ट ट्रैक कोर्ट थर्ड में सुनवाई हो रही थी। बहस के लिए डगरीला को कोर्ट में पेश किया गया। कटघरे में पहुंचते ही न्यायाधीश के सामने डगरीला ने जेब से शराब की शीशी दिखाई और कहा कि उसे शराब पिलाई गई है। अभिरक्षा में लेकर आए सिपाहियों पर उसने शराब पिलाने का आरोप लगाया। मेडिकल में भी अल्कोहल की पुष्टि हो जाने पर बात साबित हो गई। कोर्ट ने एसपी बस्ती को कार्रवाई की सलाह देते हुए रिपोर्ट मांगी है। न्यायालय ने इस बात की जांच का निर्देश दिया कि डगरीला को शराब कैसे मिली। सीओ सदर ने जांच करके रिपोर्ट दिया। दूसरी ओर आरोपी कांस्टेबल ने डगरीला के परिवार वालों पर इसका ठीकरा फोड़ा। तर्क दिया कि उससे मिलने आए परिचितों ने पानी के साथ शराब पिला दिया और शीशी भी उन्हीं में से किसी ने दी। सीओ सिटी की जांच में लापरवाही की बात पुष्ट होने पर पेशी पर ले गए तीन सिपाहियों को सस्पेंड किया गया। इस घटना के बाद अभी पिछले महीने पेशी से लौटे बंदियों ने बंदी रक्षक के साथ मारपीट की थी। उस घटना में भी साबित हुआ था कि बंदियों ने शराब पी रखी थी। इन घटनाओं के सामने आने के बाद डीआईजी ने यह फरमान जारी किया है। डीआईजी वीपी सिंह के मुताबिक बंदियों को पेशी पर ले जाने और वापस लाने के दौरान लापरवाही हुई तो इसे अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा माना जाएगा।
बस्ती। डीआईजी ने तीनों जिले के सिपाहियों को आगाह किया है कि पेशी के दौरान बंदियों के साथ लापरवाही से पेश आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी तरह की गड़बड़ी सामने आई तो कांस्टेबल को बर्खास्त किया जाएगा। आए दिन पेशी के दौरान लापरवाही के चलते पुलिस पर दाग लगने के बाद डीआईजी ने यह निर्णय लिया है।
बात अभी जल्दी की है। कोतवाली के सुपेलवा मोहल्ले के राम सबद के घर 2008 में पड़ी डकैती के अभियुक्त बबलू उर्फ डगरीला के केस की फास्ट ट्रैक कोर्ट थर्ड में सुनवाई हो रही थी। बहस के लिए डगरीला को कोर्ट में पेश किया गया। कटघरे में पहुंचते ही न्यायाधीश के सामने डगरीला ने जेब से शराब की शीशी दिखाई और कहा कि उसे शराब पिलाई गई है। अभिरक्षा में लेकर आए सिपाहियों पर उसने शराब पिलाने का आरोप लगाया। मेडिकल में भी अल्कोहल की पुष्टि हो जाने पर बात साबित हो गई। कोर्ट ने एसपी बस्ती को कार्रवाई की सलाह देते हुए रिपोर्ट मांगी है। न्यायालय ने इस बात की जांच का निर्देश दिया कि डगरीला को शराब कैसे मिली। सीओ सदर ने जांच करके रिपोर्ट दिया। दूसरी ओर आरोपी कांस्टेबल ने डगरीला के परिवार वालों पर इसका ठीकरा फोड़ा। तर्क दिया कि उससे मिलने आए परिचितों ने पानी के साथ शराब पिला दिया और शीशी भी उन्हीं में से किसी ने दी। सीओ सिटी की जांच में लापरवाही की बात पुष्ट होने पर पेशी पर ले गए तीन सिपाहियों को सस्पेंड किया गया। इस घटना के बाद अभी पिछले महीने पेशी से लौटे बंदियों ने बंदी रक्षक के साथ मारपीट की थी। उस घटना में भी साबित हुआ था कि बंदियों ने शराब पी रखी थी। इन घटनाओं के सामने आने के बाद डीआईजी ने यह फरमान जारी किया है। डीआईजी वीपी सिंह के मुताबिक बंदियों को पेशी पर ले जाने और वापस लाने के दौरान लापरवाही हुई तो इसे अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा माना जाएगा।