पार्षद के आरोप पर निरुत्तर हुए मलिन बस्ती में 33 सड़कें बनवाने का दावा कर रहे नगर आयुक्त
मंत्री ने नगर आयुक्त को मेयर के साथ बैठकर पार्षदों से प्रस्ताव लेकर काम कराने का दिया निर्देश
बरेली। प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा के हरुनगला की मलिन बस्ती के निरीक्षण के दौरान पार्षद ने आरोप लगाया कि बस्ती की 14 सड़कें कच्चे के बावजूद नगर आयुक्त पर उनका निर्माण नहीं करा रहे हैं। नगर आयुक्त ने मंत्री को बस्ती में बनवाई गई 33 सड़कों की लिस्ट दिखाई तो पार्षद ने उनकी लिस्ट को फर्जी बता दिया, मंत्री से कहा कि वह खुद सत्यापन कर लें तो खुद ब खुद पता लग जाएगा कि नगर आयुक्त उन्हें किस तरह गुमराह कर रहे हैं। नगर आयुक्त इस पर निरुत्तर हुए तो पार्षद ने यह आरोप भी ठोक दिया कि मेयर से उनका तालमेल न होने कारण पूरा शहर प्रभावित हो रहा है।
प्रभारी मंत्री के हरुनगला के दौरे के दौरान पार्षद नरेश शर्मा बंटी ने आरोप लगाया कि मलिन बस्ती में सड़कों के निर्माण की जरूरत है लेकिन इनके चयन तक में पार्षद की अनदेखी की जा रही है। पार्षद ने कहा कि नगर आयुक्त दस लाख तक के खुद टेंडर कर सकते हैं लेकिन 20-20 हजार तक के टेंडर अटकाए जा रहे हैं। प्रभारी मंत्री ने नगर आयुक्त को मेयर के साथ दस-दस पार्षदों के साथ बैठक कर उनसे प्रस्ताव लेकर काम में तेजी लाने को कहा। मंत्री ने कहा कि सभी इलाकों का सभी को साथ लेकर समुचित विकास होना चाहिए। पार्षद ने प्रभारी मंत्री को 14 सड़कों की लिस्ट दी। नगर आयुक्त सैमुअल पॉल ने कहा कि इन सड़कों का निर्माण एक-दो दिन में शुरू करा दिया जाएगा।
प्रभारी मंत्री का निर्देश: ये काम होंगे हरुनगला मलिन बस्ती में
- पार्षद की ओर से दी गईं 14 सड़कों पर मेयर के साथ बैठकर निर्णय लेने और जल्द काम शुरू कराया जाए।
- विकलांग, वृद्घा, विधवा और आयुष्मान कार्ड का दलित बस्ती में सभी लोगों को जल्द लाभ दिलाया जाए।
- हरुनगला के हनुमान मंदिर के पास श्मशान भूमि के चयन और इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश।
- बिजली खंभों पर लगे कनेक्शन बॉक्स खुले होने पर बिजली विभाग के जेई को फौरन कार्रवाई के निर्देश
- दलित बस्ती में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को जल्द ठीक कराया जाए।
चमकते आश्रय गृह में फर्जी मिलीं एंट्री संचालिका पर दिया कार्रवाई का निर्देश
बरेली। हरुनगला का आश्रय स्थल देखने पहुंचे प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा को वहां सभी व्यवस्था चाक चौबंद मिलीं। नए बिस्तर-चादरें, चहारदिवारी और रंगरोगन से लकदक आश्रय स्थल किसी वीआईपी गेस्ट हाउस से कम नहीं लग रहा था। अंदर कमरों मेें साफ-सफाई के साथ कैंपस में घास भी कटी हुई थी, लेकिन जब प्रभारी मंत्री ने रजिस्टर में दर्ज यहां रुकने वालों की लिस्ट देखकर प्रभारी मंत्री ने उन्हें खुद फोन लगाया तो पता चला कि उसमें एक तरफ से सारे नाम फर्जी हैं। इस पर उन्होंने नगर आयुक्त को उसकी संचालिका के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
आश्रय स्थल पहुंचे प्रभारी मंत्री ने उसकी संचालिका सोनी से पूछा कि पिछले दिनों में कितने लोग यहां रुके हैं। सोनी ने इस पर उनके सामने एक रजिस्टर रखा जिसमें दस लोगों की एंट्री दिखाई गई थी। नाम के आगे उनके मोबाइल नंबर भी लिखे हुए थे। प्रभारी मंत्री ने उनमें से एक नंबर पर खुद फोन मिला दिया और पूछा कि क्या आप इस आश्रय स्थल पर रुके थे। तो जवाब मिला नहीं। दूसरे नंबर पर उन्होंने नगरायुक्त से फोन मिलवाया तो नंबर ही रांग निकला। इस पर प्रभारी मंत्री ने आश्रय स्थल की संचालिका को फटकार लगाते हुए नगर आयुक्त से उस पर कार्रवाई करने को कहा।
मास्टर जी बोले- बच्चों लगाओ नारा.. मंत्री जी जिंदाबाद
हरुनगला में प्रभारी मंत्री ने मिडिल स्कूल का भी दौरा किया। उनके स्कूल में पहुंचते ही शिक्षकों ने बच्चों से उनकी जिंदाबाद के नारे लगवाने शुरू कर दिए। इस पर प्रभारी मंत्री ने पहले शिक्षकों को बच्चों को चुप कराने को कहा। फिर बोले, जिंदाबाद किस बात की। यह सब बंद करिए। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से मिड डे मील और टाइम टेबल के बारे में पूछा। बच्चों ने कहा समय से मिड डे मील मिलता है। इस पर उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों को टाइम टेबल के अनुरूप पठन-पाठन कराने की हिदायत दी।