बहेड़ी। केन्द्र सरकार के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के खिलाफ जेएम बहेड़ी की अदालत में भी मुकदमा दायर किया गया है। भाजपा नेता दीपचंद एडवोकेट ने जेएम बहेड़ी की अदालत में दायर किए गए इस परिवाद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह को भी पार्टी बनाया है। हालांकि धारा 500 आईपीसी के तहत दायर इस परिवाद में अदालत ने कोई फैसला तो नहीं दिया, अलबत्ता इस मामले की सुनवाई के लिए 28 जनवरी की तारीख लगा दी है।
गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के भाजपा और संघ परिवार को लेकर दिए गए एक बयान को लेकर पूरे देश में हो हल्ला मचा हुआ है। भाजपा ने इस बयान को मुद्दा बनाकर आंदोलन शुरू कर दिया है। बहेड़ी में इस मामले को लेकर भाजपा नेता दीपचंद पांडे एडवोकेट ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है। जेएम बहेड़ी की अदालत में डाले गए परिवाद में उन्होंने कहा कि वह समाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचार धारा से पूरी तरह प्रेरित व सरोकार रखते हैं। भाजपा ने एनडीए के मुख्य घटक के रूप में 1996 में केंद्र में सरकार बनाई थी। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि प्रदेशों में इस वक्त भी भाजपा की सरकार है। परिवाद में गृह मंत्री के बयान को कोट करते हुए कहा गया कि उससे परिवादी की पार्टी, संघ की विचार धारा और परिवादी की बदनामी हुई है। परिवादी की मानहानि भी इस बयान से हुई है। उन्होंने अदालत से विपक्षियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की। सबूत के तौर पर उन्होंने समाचार पत्रों में छपी खबर की कटिंग लगाई है। अदालत ने इस परिवाद पर आज कोई फैसला नहीं सुनाया और 28 जनवरी की तारीख लगा दी।