बरेली। चौधरी तालाब की रामलीला में बिहार के बेगूसराय से आए कलाकारों ने गंगाजी की रक्षा प्रसंग का मंचन किया। श्रीराम-हनुमान वंदना के बाद शुरू हुई रामलीला में भगवान जनकपुरी पहुंचते हैं। पुष्प वाटिका में भ्रमण करने के दौरान राजकुमारी सीता से मुलाकात होती है। श्रीराम को देख सीता मन में ही उन्हें अपनाने का वरण करती हैं।
नारद मुनि ने दिया विष्णु को श्राप
बरेली। कैंट सदर बाजार में धोपा मंदिर के पास हुई रामलीला में नारद मुनि का विवाह मोह प्रसंग दिखाया गया। इसमें कलाकारों ने दिखाया कि नारद के विवाह मोह और घमंड को भगवान विष्णु तोड़ते हैं, उन्हें वानर रूप देकर। इससे नारद मुनि नाराज हो जाते हैं और विष्णु को पत्नी के लिए दर-दर भटकने का श्राप देते हैं। कार्यक्रम के आयोजन में सतीश मेहता, पंडित सुरेश कुमार, शशिकांत जायसवाल, संजय पाल, गणेश पाल आदि का खास सहयोग रहा।
रामलीला में आज
चौधरी तालाब की रामलीला में धनुष भंग, राम-सीता विवाह।
सुभाषगनर की रामलीला में रावण-बाणासुर संवाद, धनुष यज्ञ, परशुराम-लक्ष्मण संवाद।
जोगीनवादा की रामलीला में अयोध्या वापसी और राम के राज्याभिषेक की तैयारी
सदर बाजार की रामलीला में राम और सीता के जन्म का मंचन