चप्पल न बदलने पर भड़के, कई दुकानदारों को पीटा, विरोध में बाजार बंद
मारपीट में तीन लोग गंभीर रूप से घायल
अफसरों ने दोनों पक्षों में समझौता कराया
बरेली। किला बाजार में मंगलवार दोपहर पीएसी के जवानों ने जमकर उपद्रव किया। जूते-चप्पल की एक दुकान पर हमला कर उन्होंने तोड़फोड़ की और सामान निकालकर बाहर फेंक दिया। दुकानदार और उसके बेटों की पिटाई भी की। इस घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पीएसी के जवानों की इस हरकत से दुकानदारों में गुस्सा फैल गया। बाजार बंद करके वे सड़क पर उतर आए और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ काफी देर नारेबाजी की। पुलिस अफसरों के पहुंचने के बाद दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया।
शाहबाद में रहने वाले हाजी मोहम्मद आमील की किला बाजार में बरेली फुटवियर नाम से दुकान है, जहां उनके साथ उनके बेटे मिक्की, आमीर और फैसल भी बैठते हैं। दुकान के पास ही तिलक इंटर कॉलेज में चुनाव ड्यूटी में तैनात पीएसी के जवान रुके हैं। फैसल के मुताबिक मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे सादी वर्दी में एक जवान उनकी दुकान पर पहुंचा और 160 रुपये की एक चप्पल खरीदकर चला गया। थोड़ी देर बाद तीन-चार जवानों के साथ वह फिर लौटा और चप्पल बदलने को कहा। फैसल का आरोप है कि पीएसी वाले इस चप्पल के बदले में जो चप्पल मांग रहे थे, उसकी कीमत ज्यादा थी, लिहाजा उन्होंने चप्पल बदलने से इनकार कर दिया। इस पर वे लोग नाराज होकर चले गए। थोड़ी देर बाद ही करीब दर्जन भर जवानों ने आकर फैसल, मिक्की और उनके पिता आमील को पीटना शुरू कर दिया। दुकान में तोड़फोड़ करते हुए सामान सड़क पर फेंक दिया। इस घटना के बाद गुस्साए दुकानदारों ने बाजार बंद कर दिया और कॉलेज के बाहर जाकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर पीएसी वालों ने उन पर पथराव कर दिया।
घटना की सूचना मिली तो सीओ सेकेंड आनंद कुमार और इंस्पेक्टर किला सत्यप्रकाश शर्मा मौके पर पहुंच गए। उनके सामने भी लोगों ने काफी हंगामा किया। अफसरों ने समझा-बुझाकर उन्हें शांत किया गया। इसके बाद दोनों पक्षों को किला पुलिस चौकी में बुलाया गया। सीओ ने बताया कि पीएसी के जवानों ने मारपीट की थी, मगर दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
ग्राहकों को भी पीटा
फैसल ने बताया कि पीएसी वालों ने उनकी दुकान में बैठे ग्राहकों को सिर्फ पीटा ही नहीं, बल्कि उनके साथ उन्हें खींचकर ले जाने की भी कोशिश की। दुकान के बाहर खड़ी बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। उनकी दुकान के पास स्थित योगेश गुप्ता की दुकान का सामान भी सड़क पर फेंक दिया। योगेश ने बताया कि उनका विवाद से कोई लेना देना नहीं था। वह तो पड़ोसी को बचाने के लिए आगे आए थे। पड़ोस के एक और दुकानदार फैजान ने भी आरोप लगाया कि पीएसी वालों ने उनकी दुकान का सामान भी सड़क पर फेंक दिया था।
बेवजह घायल हो गए असलम
पीलीभीत के मोहल्ला फीलखाना में रहने वाले असलम दो दिन पहले यहां अपनी ससुराल आए थे। फैसल की दुकान की बगल में ही उनके ससुर अहमद मियां रहते हैं। जिस समय घटना हुई, वह दरवाजे पर खड़े थे। असलम ने बताया कि पथराव के दौरान अचानक एक ईट आकर लगने से उनका पैर लहूलुहान हो गया। बाद में डॉक्टर की दुकान पर जाकर उन्होंने इलाज कराया।