बरेली। बिजली कर्मियों की प्रोन्नति निरस्त करने का मामला गर्माने लगा है। शुक्रवार को मंडल कार्यालय परिसर में उत्तर प्रदेश विद्युत मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया। शाम को अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन दिया गया, जिसमें प्रोन्नति बहाल न होने पर अनिश्चित कालीन आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
बीती 21 मई को बिजली विभाग के मुख्य अभियंता हरीश चंद्रा की तरफ से समयवद्ध वेतनमान स्थाईकरण और पदोन्नति संबंधी आदेश जारी किया था। इसमें कार्यालय संवर्ग के 40 कर्मचारी लाभान्वित हुए। सत्रह कर्मियों को प्रोन्नत किया गया था। बाद में कर्मचारियों के प्रमोशन संबंधी आदेश को मुख्य अभियंता ने ही निरस्त कर दिया। इस आदेश का उत्तर प्रदेश विद्युत मजदूर संघ विरोध कर रहा है। आरोप है कि दूसरा आदेश बैक डेट में किया गया है। बीते बुधवार को मुख्य अभियंता का कर्मियों ने घेराव किया था।
शुक्रवार की सुबह दस बजे से ही विद्युत मजदूर संघ के पदाधिकारी और सदस्य सर्किट हाउस के सामने मंडल कार्यालय में जाकर टेंट लगाकर बैठ गए। प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद घिल्डियाल, क्षेत्रीय मंत्री ओमवीर सिंह यादव, प्रदीप भारती, राजीव कश्यप, इश्तियाक अहमद आदि ने संबोधित किया। शाम को कर्मचारी अधीक्षण अभियंता अरुण कुमार श्रीवास्तव से मिले और ज्ञापन दिया। धरने में शाकिर अली, दीवान सिंह, समीरुद्दीन, वीके ग्वाल, वीरपाल सिंह यादव आदि मौजूद रहे।