बरेली। मेयर और सभासद पद के प्रत्याशियों के नामांकन के साथ ही नगर निकाय चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। हालांकि कांग्रेस और भाजपा जैसे दलों के अधिकृत प्रत्याशियों की छोड़ दें तो अन्य प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार में दिक्कत आ रही है। वजह है चुनाव चिन्ह आवंटित न हो पाना। प्रत्याशियों की समस्या यह है कि वह लोगों से किस चुनाव चिन्ह का बटन दबाने को कहें।
नगर निगम में मेयर पद के लिए 20 और सभासद के लिए 733 प्रत्याशी मैदान में हैं। मेयर के लिए भाजपा के गुलशन आनंद और कांग्रेस के अमजद सलीम एडवोकेट जैसे कुछ प्रत्याशियों को छोड़कर ज्यादातर निर्दलीय हैं। यही स्थिति सभासद पद के प्रत्याशियों को लेकर भी है। भाजपा के 62 प्रत्याशियों समेत सौ को छोड़कर बाकी निर्दलीय हैं। ये सभी चुनाव प्रचार में उतर तो गए हैं लेकिन चुनाव चिन्ह न मिलने के कारण सिर्फ हाथ जोड़ वोट देने की अपील करने तक सीमित हैं। किस चुनाव चिन्ह पर मुहर लगानी है, वह मतदाताओें को बता नहीं पा रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशियों का कहना है कि 12 जून को चुनाव चिन्ह आवंटित होगा। उसके बाद प्रचार के लिए शेष15 दिन में ही सभी मतदाताओं को चुनाव चिन्ह की जानकारी दे पाने में मुश्किल होगी।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला का कहना है कि आयोग के दिशा निर्देशों के मुताबिक निर्धारित तिथि पर ही चुनाव चिन्ह आवंटित किया जा सकता है।