बरेली। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की ओर से रविवार को आयोजित कम्बाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) पहली बार कैमरों की निगरानी में हुआ। शहर के सभी छह केंद्रों पर इस परीक्षा में पारदर्शिता बरतने के लिए ही जिला प्रशासन की ओर से यह खास इंतजाम किया गया था।
सीपीएमटी के दौरान अक्सर नकल की शिकायतें मिलती हैं। इस बार प्रशासन ने सभी परीक्षा केंद्रों के हर कक्ष में वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी कराने का इंतजाम किया था। परीक्षा के नोडल ऑफिसर डॉ. बीके पांडेय ने बताया, हर परीक्षा केेंद्र पर तीन-तीन वीडियोग्राफर और फोटोग्राफर लगाए गए थे। यह इंतजाम इसलिए किया गया था ताकि अभ्यर्थियों के चेहरों का प्रवेश पत्र में लगी फोटो से मैच किया जा सके। उन्होंने बताया कि वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटो आयोजक विश्वविद्यालय को भेजे जाएंगे।
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अभ्यर्थी बोले, सरल पेपर के चलते होगी मुश्किल
सीपीएमटी में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने कहा, पेपर काफी आसान था। इसलिए अगर मेरिट काफी हाई रही तो दाखिला लेने में मुश्किल होगी। केवी-1 में परीक्षा देने आई अंशिका ने बताया, केमिस्ट्री ही थोड़ी-बहुत कठिन थी, बाकी सब आसान था। फिजिक्स के प्रश्नों में तो थ्योरी और न्यूमेरिकल की संख्या आधी-आधी थी। एकांश ने बताया, ऐसा लग रहा था कि 12वीं की परीक्षा की तरह कॉम्पिटीशन हो रहा हो। लेकिन, ऐसे आसान पेपर में दाखिले मुश्किल से मिलते हैं, क्योंकि इसमें एक नंबर भी पीछे होने पर बहुत पीछे चले जाते हैं।