बरेली। आईएमसी ने भी नगर निगम चुनाव में सभासद और मेयर पद पर अपने प्रत्याशी न उतारने का फैसला लिया है। शनिवार को देर रात तक हुए मंथन के बाद यह फैसला लिया गया। इसकी जानकारी रविवार को मीडिया को दी गई।
आईएमसी के प्रवक्ता डॉ. नफीस ने बताया कि नगर निगम के हर वार्ड में पांच से दस तक दावेदार हैं। लेकिन, टिकट एक को ही दिया जा सकता है। ऐसे में बाकी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा, जिसका असर सन् 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि सभासद पद पर किसी प्रत्याशी का समर्थन नहीं किया जाएगा। जो कार्यकर्ता अपनी इच्छा से लड़ते हैं, उन्हें पार्टी का सिंबल, झंडा और फोटो इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि अगर मेयर चुनाव में आईएमसी ने अपना प्रत्याशी उतारा तो मुस्लिम वोट बटेंगे और इसका फायदा भाजपा को मिलेगा। भाजपा को हराने के लिए यह फैसला लिया गया है कि आईएमसी मेयर पद पर भी अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। अलबत्ता, नगर पंचायत और नगर पालिकाओं में प्रत्याशियों को समर्थन दिया जाएगा। वहां समर्थित प्रत्याशियों को झंडा-बैनर के इस्तेमाल की छूट होगी।