बरेली। मेयर पद के लिए समर्थन देने के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों में भी एकराय स्थापित नहीं हो पा रही है। डॉ. आईएस तोमर की दावेदारी को चुनौती दिए जाने के बाद ज्यादातर प्रमुख पदाधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। लिहाजा संभावना यह बन रही है कि यह मामला अब पार्टी हाईकमान की दखलंदाजी से ही सुलझ पाएगा।
मेयर पद का चुनाव लड़ने जा रहे डॉ. आईएस तोमर ने सपा के समर्थन के लिए दावा किया है। इसके अलावा हाल ही में शहर सीट पर सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके डॉ. अनिल शर्मा भी अपनी पत्नी रजनी शर्मा के लिए पार्टी का समर्थन हासिल करने के लिए जोर लगा रहे हैं। पार्टी में दोनों ही लोगों के समर्थकों की कमी नहीं है, इस वजह से स्थानीय स्तर पर कोई फैसला कर पाना और मुश्किल हो गया है। इस बीच डॉ. तोमर की सदस्यता पर सवाल उठाते हुए डॉ. सतेंद्र के भी दावेदारी पेश कर देने से मसला और उलझ गया है।
हालांकि समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष फहीम साबिर डॉ. तोमर की सदस्यता को लेकर उठाए गए सवाल को गैरवाजिब करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि यह जरूरी नहीं है कि कोई बरेली में ही पार्टी की सदस्यता ग्रहण करे। तमाम ऐसे पदाधिकारी हैं, जिन्होंने दिल्ली और लखनऊ जाकर सदस्यता ली है। यह कोई विषय ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां तक समर्थन का सवाल है, पार्टी हाईकमान की ओर से अभी कोई निर्देश नहीं मिला है। हाईकमान जिसे समर्थन देने को कहेगा, उसी को समर्थन दिया जाएगा। सपा जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव ने नो कमेंट कहकर इस मसले पर कोई बात करने से ही इनकार कर दिया।
उधर, पूर्व मेयर डॉ. तोमर ने कहा है कि चुनाव के दौरान वह किसी भी विवाद में नही पड़ना चाहते है। कौन क्या कह रहा है, इस पर वह कोई ध्यान भी नहीं दे रहे हैं। जहां तक उनके समाजवादी पार्टी का सदस्य होने का सवाल है तो वह सन् 2006 से पार्टी के सदस्य हैं। इसमें कोई संशय किसी को भी नहंी होना चाहिए। वह चुनाव की तैयारी कर रहे है और शहर का नए सिरे से विकास ही उनका मुख्य एजेंडा है।