बरेली। संजयनगर रोड पर बृहस्पतिवार को हुई बीकॉम के छात्र नितेश जायसवाल की हत्या का खुलासा कर पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। कातिलों द्वारा इस्तेमाल की गई कार को भी बरामद कर लिया गया है। हत्या की वजह लेनदेन के विवाद में तीन दिन पहले हुए झगड़े को बताया जा रहा है। चार हत्यारोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक नितेश और सिकलापुर के पारस समेत चार लड़के साथ में गाड़ियों की खरीद-फरोख्त का काम करते थे। उसी के हिसाब में 30 हजार रुपये नितेश पर थे। तीन दिन पहले नितेश का पारस और बाकी दो साथियों से झगड़ा हुआ था। इंस्पेक्टर बारादरी शशांक चौधरी के मुताबिक बृहस्पतिवार दोपहर पारस को पता चला कि नितेश संजय नगर रोड पर शर्बत पिला रहा है। उसने स्टेशन रोड पर एक रेस्टोरेंट में चाहबाई के अमन जौहरी को कार समेत बुलाया। बाकी दो साथियों को पुराने शहर से लिया और पांचवां साथी यूनिवर्सिटी के सामने मिला। पांचों संजय नगर रोड पर पहुंचे। गाड़ी अमन चला रहा था। ड्राइवर सीट के पीछे बैठे पारस ने शीशा खोलकर पहले नितेश से हाथ मिलाया। वह गिलास में शर्बत डालने लगा। तभी पारस ने तमंचे से गोली नितेश पर चला दी। इसके बाद वे फरार हो गए। शुक्रवार देर शाम पुलिस ने अमन को गिरफ्तार कर लिया। कार भी उसी के पास थी जो उसकी मौसी सुनीता सिन्हा के नाम है। पुलिस के मुताबिक पारस के खिलाफ कई मुकदमे हैं। थाना बारादरी में पिछले साल दर्ज हत्या के एक मुकदमे में वह फरार था।
ऐसे हुआ खुलासा
बृहस्पतिवार शाम नितेश जायसवाल की हत्या के बाद पिता अनिल जायसवाल ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी। घटनास्थल पर मौजूद एक दुकानदार ने कातिलों की कार का नंबर नोट कर लिया था। पुलिस ने कार मालिक का नाम-पता तलाश कर लिया, लेकिन गाड़ी नहीं मिल रही थी। संजय नगर निवासी एक युवक का बालजती कटरा चांद खां में सुनीता के घर के पास आना-जाना था। वह कार नंबर भी जानता था। उसने ड्राइवर और गाड़ी खड़ी होने की जगह बारादरी पुलिस को बता दी। एसएसपी डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि कातिलों का नाम पता मिल गया है। जल्द बाकी चारों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।