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तीनों पार्टियों के पत्ते अभी साफ नहीं
Bareilly
Updated Sat, 26 May 2012 12:00 PM IST
बरेली। टलते-टलते नगर निकाय चुनाव की घोषणा अब इतनी जल्दी हो जाएगी, यह तो किसी पार्टी नहीं सोची थी। जिन तारीखों में इसकी संभावना थी, वे दिन तो नामांकन के लिए हैं। यही कारण है कि मेयर पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही भाजपा, सपा और कांग्रेस में से कोई भी अपने प्रत्याशी तय करने के लिए अभी तक गंभीर नहीं हो पाई थी। वहीं शुक्रवार को अधिसूचना होते ही दावेदार सक्रिय हो गए और इन पार्टियों में दो-चार नाम और खुलकर सामने आ गए। माना यह जा रहा है कि तीनों ही पार्टियों में नाम घोषित होने में तीन दिन से सप्ताह भर तक का समय लगेगा।
नगर निकाय चुनाव की मास्टर मानी जाने वाली भाजपा में दावेदार भी सबसे ज्यादा हैं और यही एक ऐसी पार्टी है, जिससे बाहरी लोग भी टिकट मांग रहे हैं। इस कारण पार्टी में टिकट को लेकर दांवपेंच भी ज्यादा चल रहे हैं। पार्टी से लंबे समय से जुड़े लोगों में पूर्व मंत्री डॉ. दिनेश जौहरी, निवर्तमान महानगर अध्यक्ष सुधीर जैन, सभासद दल के नेता रहे गुलशन आनंद, पूर्व महानगर अध्यक्ष केवल कृष्ण और राजेंद्र गुप्ता प्रमुख दावेदार हैं। हाल ही में प्रमुख रूप से संजीव अग्रवाल इस सूची में शामिल हो गए हैं, वह लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा पार्टी से बाहर के कहे जा रहे प्रमुख दावेदारों में डॉ. ब्रजेश्वर सिंह और डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी का नाम प्रमुख रूप से चर्चा में है। दावेदारों की निगाह 28 मई को यहां आ रही पार्टी की तीन सदस्यीय टीम पर लग गई है। इस टीम में शामिल प्रदेश महामंत्री रामनरेश अग्निहोत्री व नरेंद्र सिंह और अवध प्रांत के मंत्री हनुमान मिश्रा पदाधिकारियों से सीधी बात करके राय लेंगे। इसमें मेयर टिकट के अलावा दूसरे बिंदुओं पर भी चर्चा होगी, मसलन चुनाव प्रबंधन आदि। महामंत्री श्री अग्निहोत्री ने 28 को यहां कार्यक्रम रखे जाने की पुष्टि की। उनका यह कार्यक्रम हालांकि पहले से तय था। पार्षद प्रत्याशी के लिए स्थानीय स्तर पर पैनल तैयार करके लखनऊ भेजा जाएगा।
सूबे में सत्तासीन हुई सपा में इस बार गंभीर दावेदारों की संख्या काफी हो गई है। सबसे प्रमुखता से नाम डॉ. आईएस तोमर का लिया जा रहा है तो विकल्प के रूप में डॉ. सत्येंद्र सिंह में भी पार्टी के लोग संभावनाएं पहले से तलाश रहे हैं। डॉ. सिंह ने स्थानीय नेताओं के साथ ही पार्टी नेतृत्व तक अपनी दावेदारी हाल ही में कर भी दी है। दोनों ही ओर से फिलहाल इस नाम पर कोई रुकावट सामने नहीं आई है। वहीं एक अन्य प्रमुख नाम खुसरो मिर्जा का प्रमुखता से चल रहा है। विधानसभा चुनाव में ही उनकी वजह से काफी उठापटक हुई थी और वह एक कद्दावर मंत्री के नजदीकी भी हैं। वहीं दो नाम दावेदारों के रूप में और हैं, एक बरेली कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नसीम अख्तर और दूसरा नाम नाहिद सुल्ताना का। डॉ. अख्तर बहेड़ी विधायक अताउर्रहमान के नजदीकी रिश्तेदार हैं और हाल ही में घोषित की गई महानगर कार्यकारिणी में सदस्य के रूप में वह शामिल किये गए थे। पार्टी को केवल मेयर प्रत्याशी के लिए ही माथापच्ची करना है, नगर निकाय के बाकी किसी चुनाव में उसने हिस्सा न लेने की घोषणा पहले ही कर दी थी।
कांग्रेस में वैसे तो सबसे ज्यादा दावेदार हैं, मगर मजबूती के साथ ही कुछ ही नाम चर्चा में हैं। अमजद सलीम, डॉ. मोहम्मद खालिद के अलावा प्रेमप्रकाश अग्रवाल के नामों के बीच में ही तलाश हो रही है। मौजूदा मेयर सुप्रिया ऐरन तो पहले ही साफ कर चुकी हैं कि वह इस बार यह चुनाव नहीं लड़ेंगी। वैसे अमजद सलीम और डॉ. खालिद के अलावा नवीन अग्रवाल, सुरेंद्र लाला, नीतू मेहरोत्रा, अभय शर्मा, राजेश द्विवेदी, राकेश सक्सेना और इकबाल सिंह बाले ने भी आवेदन कर रखा है। रविवार को यहां आ रहे पार्टी के पर्यवेक्षक के सामने ये सारे नाम रखे जा सकते हैं।
बरेली। टलते-टलते नगर निकाय चुनाव की घोषणा अब इतनी जल्दी हो जाएगी, यह तो किसी पार्टी नहीं सोची थी। जिन तारीखों में इसकी संभावना थी, वे दिन तो नामांकन के लिए हैं। यही कारण है कि मेयर पद पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही भाजपा, सपा और कांग्रेस में से कोई भी अपने प्रत्याशी तय करने के लिए अभी तक गंभीर नहीं हो पाई थी। वहीं शुक्रवार को अधिसूचना होते ही दावेदार सक्रिय हो गए और इन पार्टियों में दो-चार नाम और खुलकर सामने आ गए। माना यह जा रहा है कि तीनों ही पार्टियों में नाम घोषित होने में तीन दिन से सप्ताह भर तक का समय लगेगा।
नगर निकाय चुनाव की मास्टर मानी जाने वाली भाजपा में दावेदार भी सबसे ज्यादा हैं और यही एक ऐसी पार्टी है, जिससे बाहरी लोग भी टिकट मांग रहे हैं। इस कारण पार्टी में टिकट को लेकर दांवपेंच भी ज्यादा चल रहे हैं। पार्टी से लंबे समय से जुड़े लोगों में पूर्व मंत्री डॉ. दिनेश जौहरी, निवर्तमान महानगर अध्यक्ष सुधीर जैन, सभासद दल के नेता रहे गुलशन आनंद, पूर्व महानगर अध्यक्ष केवल कृष्ण और राजेंद्र गुप्ता प्रमुख दावेदार हैं। हाल ही में प्रमुख रूप से संजीव अग्रवाल इस सूची में शामिल हो गए हैं, वह लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा पार्टी से बाहर के कहे जा रहे प्रमुख दावेदारों में डॉ. ब्रजेश्वर सिंह और डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी का नाम प्रमुख रूप से चर्चा में है। दावेदारों की निगाह 28 मई को यहां आ रही पार्टी की तीन सदस्यीय टीम पर लग गई है। इस टीम में शामिल प्रदेश महामंत्री रामनरेश अग्निहोत्री व नरेंद्र सिंह और अवध प्रांत के मंत्री हनुमान मिश्रा पदाधिकारियों से सीधी बात करके राय लेंगे। इसमें मेयर टिकट के अलावा दूसरे बिंदुओं पर भी चर्चा होगी, मसलन चुनाव प्रबंधन आदि। महामंत्री श्री अग्निहोत्री ने 28 को यहां कार्यक्रम रखे जाने की पुष्टि की। उनका यह कार्यक्रम हालांकि पहले से तय था। पार्षद प्रत्याशी के लिए स्थानीय स्तर पर पैनल तैयार करके लखनऊ भेजा जाएगा।
सूबे में सत्तासीन हुई सपा में इस बार गंभीर दावेदारों की संख्या काफी हो गई है। सबसे प्रमुखता से नाम डॉ. आईएस तोमर का लिया जा रहा है तो विकल्प के रूप में डॉ. सत्येंद्र सिंह में भी पार्टी के लोग संभावनाएं पहले से तलाश रहे हैं। डॉ. सिंह ने स्थानीय नेताओं के साथ ही पार्टी नेतृत्व तक अपनी दावेदारी हाल ही में कर भी दी है। दोनों ही ओर से फिलहाल इस नाम पर कोई रुकावट सामने नहीं आई है। वहीं एक अन्य प्रमुख नाम खुसरो मिर्जा का प्रमुखता से चल रहा है। विधानसभा चुनाव में ही उनकी वजह से काफी उठापटक हुई थी और वह एक कद्दावर मंत्री के नजदीकी भी हैं। वहीं दो नाम दावेदारों के रूप में और हैं, एक बरेली कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नसीम अख्तर और दूसरा नाम नाहिद सुल्ताना का। डॉ. अख्तर बहेड़ी विधायक अताउर्रहमान के नजदीकी रिश्तेदार हैं और हाल ही में घोषित की गई महानगर कार्यकारिणी में सदस्य के रूप में वह शामिल किये गए थे। पार्टी को केवल मेयर प्रत्याशी के लिए ही माथापच्ची करना है, नगर निकाय के बाकी किसी चुनाव में उसने हिस्सा न लेने की घोषणा पहले ही कर दी थी।
कांग्रेस में वैसे तो सबसे ज्यादा दावेदार हैं, मगर मजबूती के साथ ही कुछ ही नाम चर्चा में हैं। अमजद सलीम, डॉ. मोहम्मद खालिद के अलावा प्रेमप्रकाश अग्रवाल के नामों के बीच में ही तलाश हो रही है। मौजूदा मेयर सुप्रिया ऐरन तो पहले ही साफ कर चुकी हैं कि वह इस बार यह चुनाव नहीं लड़ेंगी। वैसे अमजद सलीम और डॉ. खालिद के अलावा नवीन अग्रवाल, सुरेंद्र लाला, नीतू मेहरोत्रा, अभय शर्मा, राजेश द्विवेदी, राकेश सक्सेना और इकबाल सिंह बाले ने भी आवेदन कर रखा है। रविवार को यहां आ रहे पार्टी के पर्यवेक्षक के सामने ये सारे नाम रखे जा सकते हैं।