बरेली। शुल्क प्रतिपूर्ति वितरण में भेदभाव बरतने का आरोप लगाते हुए बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की अगुवाई में छात्रों ने जिला समाज कल्याण अधिकारी (डीएसडब्ल्यूओ) के दफ्तर का घेराव किया। उस वक्त डीएसडब्ल्यूओ उमेश द्विवेदी कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
गौरतलब है कि अनुसूचित जाति और गरीब तबके के छात्र छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए शुल्क प्रतिपूर्ति की मद में धनराशि जारी की जाती है। विभाग की ओर से जिले के ज्यादातर कॉलेज के अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को शुल्क प्रतिपूर्ति की मद में धनराशि जारी की जा चुकी है, लेकिन बरेली कॉलेज समेत कुछ ऐसे सरकारी कॉलेज हैं जिनके छात्र-छात्राओें को अभी तक शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि नहीं मिली है। इससे नाराज बरेली कॉलेज के छात्र एबीपीवी पदाधिकारियों की अगुवाई में जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने दफ्तर का घेराव कर प्रदर्शन किया। डीएसडब्लूओ उमेश द्विवेदी की गैर मौजूदगी में छात्रों ने कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों को अपनी समस्या बताई और ज्ञापन दिया। एबीवीपी के प्रदेश सहमंत्री जवाहरलाल ने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी शुल्क प्रतिपूर्ति वितरण में पारदर्शिता नहीं बरत रहे हैं। यदि छात्रों को शीघ्र शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि नहीं दी गई तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।
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उन्हीं छात्र छात्राओं का शुल्क प्रतिपूर्ति नहीं मिल पाई है जिनकी मांग देर से भेजी गई। शासन से अनुसूचित जाति के छात्राें के लिए 12 करोड़ की धनराशि मांगी गई थी, लेकिन सिर्फ चार करोड़ 73 लाख की धनराशि जारी की गई है। बजट कम होने की वजह से दिक्कतें आ रही हैं। जैसे ही शासन से धनराशि मिलेगी, शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि जारी कर दी जाएगी।-उमेश द्विवेदी, जिला समाज कल्याण अधिकारी