बरेली। मोबाइल टॉवर लगाने और सर्वेयर की नौकरी का झांसा देकर ठगों ने कई लोगों से लाखों रुपये एेंठ लिए और फिर दफ्तर बंद कर फरार हो गए। ठगी के शिकार लोगों ने एसएसपी से शिकायत की है।
दातागंज (बदायूं) के मोहल्ला अरेला निवासी विजेंद्र पाल और सपरेड़ा गांव के इंद्रजीत सिंह के मुताबिक नवंबर, 2010 में विज्ञापन के जरिए उन्हें आईनेट टॉवर सर्विस कंपनी मेें सर्वेयर की जगह खाली होने का पता चला था। संपर्क करने पर कंपनी मालिक संतोष पंडित ने साढ़े नौ हजार प्रतिमाह वेतन बताया। कार्य एक महीने में चार मोबाइल टॉवर लगाने का दिया गया। विजेंद्र के मुताबिक उनके जरिए नौ लोगों ने टॉवर लगवा लिए। प्रति व्यक्ति से बतौर सिक्योरिटी 50 हजार रुपये जमा कराए गए। शहर में पांच हजार और देहात में चार हजार रुपये किराया और एक इंटरनेट कनेक्शन तय किया। अनुबंध नौ साल का किया गया। किराया नौ महीने बाद देना था। विजेंद्र के मुताबिक उन्हें पहले महीने वेतन दिया गया, लेकिन उसके बाद एक रुपया भी नहीं मिला। कंपनी का दफ्तर पीलीभीत बाईपास रोड पर सतीपुर के सामने हैं। ज्यादा दबाव बनाने पर सोमवार से कंपनी का दफ्तर ही बंद है। मोबाइल भी बंद जा रहा है। विजेंद्र के मुताबिक इस तरह पश्चिमी यूपी में करीब ढाई सौ टॉवर लगवाए जा चुके हैं। बुधवार को विजेंद्र और इंद्रजीत समेत कई लोग एसएसपी डॉ. संजीव गुप्ता से मिले। इस मामले में कंपनी मालिक संतोष पंडित से संपर्क नहीं हो सका।