बरेली। मेडिकल स्टोर पर पार्ट टाइम नौकरी करने वाले हाईस्कूल के एक छात्र की नशीली दवा खाने के बाद मौत हो गई। छात्र के पिता के मेडिकल स्टोर मालिक पर जबरन नशीली दवा खिलाने का आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
बारादरी इलाके के मोहल्ला बाग अहमद अली तालाब में रहने वाले दीपक विष्णु इंटर कॉलेज में हाईस्कूल के छात्र थे। शाम को पांच बजे से रात नौ बजे तक वह पास ही गंगापुर चौराहे पर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर नौकरी करते थे। घर वालों के मुताबिक रविवार रात दीपक रात 11 बजे घर पहुंचे। मां संतोषी ने उसके कदम लड़खड़ाते देखे तो पिता की आंख से बचाने के लिए उसे चुपचाप कमरे में सुला दिया। सुबह वह दीपक को उठाने पहुंचीं तो उनके मुंह से झाग निकलते देखे। कानों से भी खून निकल रहा था और शरीर नीला पड़ गया था। हिलाने-डुलाने की कोशिश की तो पता चला कि दीपक की मौत हो चुकी है। संतोष ने शोर मचाया तो घर के सभी लोग इकट्ठे हो गए।
दीपक के घर वालों ने इसके बाद मेडिकल स्टोर के मालिक सुनील को पकड़कर पूछताछ की। फिर उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। दीपक के पिता रवि ने थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनका बेटा पांच सौ रुपये के वेतन पर करीब आठ महीने से सुनील के मेडिकल स्टोर पर नौकरी कर रहा था। सुनील पर उनके करीब 21 सौ रुपये बाकी थे। सोमवार को उनके परिवार का बीसलपुर के गांव देवरिया में दुर्गा मंदिर पर लगने वाले मेले में जाने का कार्यक्रम था। इसी वजह से दीपक ने सुनील से बकाया रकम मांगी, लेकिन सुनील ने रकम देने के बजाय उन्हें पीट दिया। बाद में जबरन नशीली दवा भी खिला दी।
पुलिस ने रवि की तहरीर पर सुनील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि सुनील का कहना है कि रविवार रात तबियत खराब होने के बाद दीपक ने मेडिकल स्टोर से खुद ही कोई दवा निकालकर खा ली थी। उन्हें नहीं पता कि उनकी मौत कैसे हो गई। बकौल सुनील, दीपक के घर वालों ने उन्हें पूछताछ करने के लिए घर बुलाया था, फिर उनके साथ मारपीट करके पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने दीपक के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका विसरा सुरक्षित कर लिया है। दीपक के पिता रवि पल्लेदारी करते हैं। दो बेटे और एक बेटी के परिवार में दीपक उनके सबसे बड़े बेटे थे।