बटलर प्लाजा से कार चुराकर भागे दो युवक पकड़े गए, एक बीटेक का छात्र, दूसरा बीकॉम का
सिटी रिपोर्टर
बरेली। मंगलवार को दिनदहाड़े बटलर प्लाजा से एक व्यापारी की कार चोरी हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने शहर में चेकिंग शुरू की। कुछ ही देर बाद हिंद टॉकीज की पीछे कार को एक वर्कशॉप से बरामद कर लिया गया, जहां उसका हुलिया बदला जा रहा था। कार चुराकर भागे दोनों युवकों को भी पकड़ लिया गया। इनमें एक बीटेक का छात्र निकला और दूसरा बीकॉम का। इन दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने अलग-अलग जगह से चुराए गए कई लैपटॉप और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। उस मैकेनिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जो चोरी की कार की नंबर प्लेटें बदलते पकड़ा गया।
बटलर प्लाजा मार्केट के ई ब्लॉक में प्रथम तल पर फैसल नूरी की इन्फोटेक सर्विसेज नाम से कंप्यूटर की दुकान है। फैसल के मुताबिक मंगलवार सुबह करीब 11 बजे जब वह दुकान पर आए थे तो उन्होंने अपनी वैगन आर कार दुकान के पास ही खड़ी कर दी थी। करीब एक बजे शहर में ही एक काम से जाने के लिए वह दुकान से उतरकर नीचे पहुंचे तो कार गायब थी। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। कंट्रोल रूम से वायरलेस पर सूचना प्रसारित होने के बाद पुलिस ने चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस की एक टीम हिंद टॉकीज के पीछे वाली सड़क से गुजरी तो जवाहर मार्केट के सामने एक वर्कशॉप पर एक वैगन आर कार की नंबर प्लेटें बदले जाते देख शक हुआ। पुलिस ने कार को चेक किया तो वह फैसल नूरी की ही कार निकली। उसकी आगे की नंबर प्लेट तो बदल दी गई थी, जबकि पीछे की बदली जा रही थी। कार की पहचान बदलने के लिए उसके शीशों से भी हल्की काली फिल्म हटाकर गहरी काली फिल्म चढ़ा दी गई थी।
पुलिस ने इसके बाद कार मैकेनिक जावेद और वहीं खड़े होकर कार की नंबर प्लेट बदलवा रहे विनीत आर्या नाम के युवक को हिरासत में ले लिया। जावेद परतापुर चौधरी का रहने वाला है, जबकि विनीत महानगर कॉलोनी के उत्सव ब्लॉक में रहता है। उसके पिता रामपुर के थाना सिविल लाइंस में सब इंस्पेक्टर है। पुलिस ने कोतवाली लाकर पूछताछ की तो विनीत ने बताया कि वह दिल्ली के एक कॉलेज में बीकॉम की पढ़ाई कर रहा है। उसने बताया कि बटलर प्लाजा से उसने और उसके एक साथी ने कार चोरी की थी। यह साथी बीटेक का छात्र है। उसके पिता एमईएस में हैं। पुलिस ने इसके बाद उसके इस साथी को भी सुरेश शर्मा नगर स्थित घर पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने दो लैपटॉप और कई मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
कार चुराने के लिए दोस्त से भी दगाबाजी
विनीत और उसका साथी, फैसल नूरी को पहले से जानते थे। दरअसल दोनों हाईस्कूल और इंटर में फैसल के छोटे भाई आमिर के साथ पढ़े थे। आमिर के पढ़ाई छोड़ने के बाद भी उनका मेलजोल बना रहा। आमिर की पीलीभीत बाईपास पर फीनिक्स मॉल में लैपटॉप की दुकान है। तीन दिन पहले विनीत अपने साथी के साथ वहां आमिर की दुकान पर लैपटॉप देखने के बहाने पहुंचे थे। उसके अगले दिन दोबारा जाकर बेचने के बहाने एक लैपटॉप ले गए। उसी दिन दोनों ने आमिर को बातों में फंसाकर काउंटर पर रखी कार की चाबी गायब कर दी थी। मंगलवार को इसी चाबी का इस्तेमाल उन्होंने कार चुराने के लिए किया। यहां बता दें कि कार की एक चाबी आमिर के पास और दूसरी फैसल नूरी के पास रहती थी।
चोरी की कई घटनाओं का खुलासा
आठ दिन पहले बटलर प्लाजा के सोनारा कंप्यूटर सेंटर से एक लैपटॉप चोरी हो गया था। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरों के फुटेज भी आ गए थे। मंगलवार को कोतवाली पहुंचे सोनारा कंप्यूटर्स के मालिक दिलीप केसरवानी ने विनीत को देखकर लैपटॉप चुराने वाले शख्स के तौर पर उसकी शिनाख्त की। कोतवाली में उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी दिखाए, जिसमें लैपटॉप चुराते हुए विनीत कैद है। करीब एक महीने पहले पीसी प्वाइंट से पवन सरदाना का स्मार्ट फोन चोरी हो गया था। स्टेडियम रोड पर इरा रेडियोज से भी एक लैपटॉप विनीत ने चुराया था। इस घटना के दौरान विनीत के साथ उसका एक अन्य दोस्त साथ था। हालांकि, उस समय पुलिस ने विनीत को पकड़ लिया था, लेकिन कोई कार्रवाई करने के बजाय व्यापारी का लैपटॉप वापस कराकर उसे छोड़ दिया।
महंगे शौक ने बनाया चोर
विनीत और उसके दोस्त को महंगे होटलों में खाना खाने और ब्रांडेड कपड़े पहनने का शौक है। दोनों अपनी लड़की दोस्तों को भी महंगी जगहों पर घुमाने ले जाते हैं। इसी लाइफ स्टाइल ने उन्हें चोर बना दिया। विनीत और उसके दोस्त ने बताया कि घर से हर महीने पॉकेट मनी तो मिलता है, मगर उनके शौक को देखते हुए यह काफी कम होता है। इस खर्च को पूरा करने के लिए ही वह गलत रास्ते पर चले गए। अब पछतावा हो रहा है, मगर कानून की गिरफ्त में आने के बाद उन्हें कोई राहत नहीं मिलने वाली।