23 अप्रैल 2012 को कोर्ट में किया था सरेंडर
राजस्व की हानि होने पर दर्ज हुआ था केस
सिटी रिपोर्टर
बरेली। जिला जेल में पूर्व उपनिबंधक की में मौत हो गई। बीते 23 अप्रैल को वह कोर्ट में सरेंडर करके जेल गए थे। उसी दिन से वह बीमार थे।
जनकपुरी के रहने वाले फकीर प्रसाद 23 जून 1978 से 31 मार्च 1979 तक बरेली के उपनिबंधक रहे थे। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मपुरा के 35 और नेकपुर के चार बैनामा मंजूर किए थे। इनमें राज्य सरकार को 46 हजार रुपये की स्टाम्प ड्यूटी और चार हजार रजिस्ट्री शुक्ल से हानि हुई थी। इसका खुलासा होने पर 31 अगस्त 2006 को शासन के आदेश पर फकीर प्रसाद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। करीब साढ़े पांच साल कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद 23 अप्रैल 2012 को उन्हें अदालत में समर्पण करना पड़ा था, जहां से फकीर प्रसाद को जेल भेज दिया गया था। करीब 73 वर्षीय फकीर प्रसाद पहले दिन से बीमार थे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय के मुताबिक फकीर प्रसाद को सुगर, अस्थमा और हाईब्लड प्रेशर था। तबियत खराब होने के करण पहले दिन से ही उन्हें जेल अस्पताल में रखा गया था। रविवार की दोपहर उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई। इससे फकीरचंद को जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।