मृतक के भाई लगा रहे हत्या का आरोप, थाने में दी तहरीर
सिटी रिपोर्टर
बरेली। कैंट इलाके में पेड़ पर रस्सी से लटके मिले युवक की शिनाख्त बदायूं के छात्र के रूप में हुई। छात्र की गला दबाकर करीब चार दिन पहले हत्या की जा चुकी थी। मारने के बाद छात्र को पेड़ पर लटकाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक को जहर देने की भी आशंका जताई गई है। बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। पोस्टमार्टम के समय शव करीब चार से पांच दिन पुराना मिला।
करैरी के सैदपुर उसावां (बदायूं) के 20 वर्षीय धर्मेन्द्र सिंह शाक्य पुत्र स्व. बुधपाल बीए द्वितीय वर्ष के छात्र थे। वह बदायूं के राजकीय महाविद्यालय में पढ़ते थे। चार मई को वह अपने छोटे भाई भूपेंद्र के साथ गांव से उसावां पहुंचे। कुछ सामानों की खरीदारी भाई को कराने के बाद अकेले बस से बदायूं के लिए रवाना हुए। शाम को धर्मेन्द्र के घर नहीं पहुंचे। परिजनों ने सोचा कि पांच मई को बदायूं में परीक्षा होने के कारण वह किसी रिश्तेदार के घर रुक गए होंगे। पांच मई की रात को भी जब वह नहीं लौटे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। पुलिस को भी सूचना दी गई लेकिन कुछ पता नहीं चल सका।
सात मई की शाम कैंट बोर्ड आफिस के पीछे पेड़ पर लटकता शव मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और शिनाख्त की कोशिश की। पास ही में मिले कॉलेज के प्रवेश पत्र के आधार पर पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। घर से आये भाई राजेन्द्र ने शव की शिनाख्त धर्मेन्द्र के रूप में की। वह चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। उन्होंने भाई की हत्या का आरोप लगाया। बताया कि गांव में कुछ लोगों से उनका रास्ते को लेकर विवाद चल रहा है। संदेह के आधार पर वह तहरीर देने की बात कह रहे हैं। कैंट थाने के इंसपेक्टर कौशेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। भाई के तहरीर देने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस अपने स्तर से भी घटना के कारण खोज रही है।
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परीक्षा नहीं दी थी धर्मेेंद्र ने
धर्मेंद्र सिंह शाक्य चार मई को परीक्षा देने निकले थे, तभी से वह गायब हो गए। घरवालों ने जब कॉलेज पहुंचकर जानकारी चाही तो पता चला कि धर्मेंद्र चार मई के पेपर में अनुपस्थित थे। इससे साफ है कि उसावां से बदायूं रवाना होने के बीच ही वह लापता हो गए।