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मड़फा के जंगल में 28 बदमाशों को यूपी-एमपी पुलिस ने घेरा
Banda
Updated Mon, 13 Aug 2012 12:00 PM IST
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अतर्रा। पेशी से लौटते समय फरार हो गए 13 कैदियों को दबोचने में पुलिस को दांतों पसीने आ गए हैं। पांच दिनों से उनकी परछाई भी न पा पाने वाली पुलिस को रविवार को कुछ उम्मीद बंधी। मड़फा के जंगल में 28 सशस्त्र बदमाशों के मौजूद होने की खबर पर समूचा पुलिस प्रशासन टूट पड़ा। जंगल को चारों ओर से घेरा गया है। मध्य प्रदेश पुलिस भी अपनी सीमा पर घेराबंदी किए हुए है। हालांकि लगातार हो रही बारिश पुलिस के इस आपरेशन में आडे़ आ रही है।
बदमाशों की फरारी के बाद से उनकी टोह में जुटी पुलिस, पीएसी और एसटीएफ के हाथ फिलहाल खाली हैं। लेकिन अब कुछ उम्मीद नजर आई है। पुलिस को पता चला है कि फतेहगंज थाना क्षेत्र के मड़फा जंगल में लगभग 28 बदमाशों का गैंग देखा गया है। संभावना है कि 13 फरार हुए कैदी भी इसमें शामिल हैं। खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक ज्ञानेश्वर तिवारी खुद इस जंगल में आ धमके। उनके साथ अपर एसपी स्वामी प्रसाद, क्षेत्राधिकारी अतर्रा केसी सिंह, क्षेत्राधिकारी नरैनी धर्म सिंह मरछल, क्षेत्राधिकारी बांदा आशुतोष शुक्ला, नरैनी कोतवाली प्रभारी विवेकानंद तिवारी, अतर्रा थानाध्यक्ष उमापति मिश्र, बदौसा थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, फतेहगंज थानाध्यक्ष राकेश उपाध्याय, गिरवां थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, कालिंजर थानाध्यक्ष सीबी सिंह फोर्स सहित और डेढ़ सेक्शन पीएसी भी है। पुलिस अधीक्षक सीमावर्ती मध्य प्रदेश के सतना पुलिस अधीक्षक से भी लगातार संपर्क किए हुए हैं। ताकि मध्य प्रदेश की तरफ से भी पुलिस घेराबंदी तगड़ी हो सके। पुलिस अफसर इस बात को लेकर भी परेशान हैं कि फरार हुए अपराधी किसी गिरोह के साथ मिलकर डोड़ामाफी गांव जैसी कोई घटना न कर बैठें।
अतर्रा। पेशी से लौटते समय फरार हो गए 13 कैदियों को दबोचने में पुलिस को दांतों पसीने आ गए हैं। पांच दिनों से उनकी परछाई भी न पा पाने वाली पुलिस को रविवार को कुछ उम्मीद बंधी। मड़फा के जंगल में 28 सशस्त्र बदमाशों के मौजूद होने की खबर पर समूचा पुलिस प्रशासन टूट पड़ा। जंगल को चारों ओर से घेरा गया है। मध्य प्रदेश पुलिस भी अपनी सीमा पर घेराबंदी किए हुए है। हालांकि लगातार हो रही बारिश पुलिस के इस आपरेशन में आडे़ आ रही है।
बदमाशों की फरारी के बाद से उनकी टोह में जुटी पुलिस, पीएसी और एसटीएफ के हाथ फिलहाल खाली हैं। लेकिन अब कुछ उम्मीद नजर आई है। पुलिस को पता चला है कि फतेहगंज थाना क्षेत्र के मड़फा जंगल में लगभग 28 बदमाशों का गैंग देखा गया है। संभावना है कि 13 फरार हुए कैदी भी इसमें शामिल हैं। खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक ज्ञानेश्वर तिवारी खुद इस जंगल में आ धमके। उनके साथ अपर एसपी स्वामी प्रसाद, क्षेत्राधिकारी अतर्रा केसी सिंह, क्षेत्राधिकारी नरैनी धर्म सिंह मरछल, क्षेत्राधिकारी बांदा आशुतोष शुक्ला, नरैनी कोतवाली प्रभारी विवेकानंद तिवारी, अतर्रा थानाध्यक्ष उमापति मिश्र, बदौसा थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, फतेहगंज थानाध्यक्ष राकेश उपाध्याय, गिरवां थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, कालिंजर थानाध्यक्ष सीबी सिंह फोर्स सहित और डेढ़ सेक्शन पीएसी भी है। पुलिस अधीक्षक सीमावर्ती मध्य प्रदेश के सतना पुलिस अधीक्षक से भी लगातार संपर्क किए हुए हैं। ताकि मध्य प्रदेश की तरफ से भी पुलिस घेराबंदी तगड़ी हो सके। पुलिस अफसर इस बात को लेकर भी परेशान हैं कि फरार हुए अपराधी किसी गिरोह के साथ मिलकर डोड़ामाफी गांव जैसी कोई घटना न कर बैठें।