बांदा। खगोलीय घटना का दुर्लभ नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने तेज धूप में अपना पसीना बहाया। शुक्र पारगमन देखने की उत्सुकता ने तमाम लोगों को तड़के ही बिस्तर छोड़ने पर मजबूर कर दिया। अवस्थी पार्क में मेले जैसा दृश्य रहा।
साइंस रिसर्च क्लब द्वारा आयोजित शुक्र पारगमन कैंप में बड़ी संख्या में लोगों ने दिलचस्पी ली। हालांकि बादल आ जाने से कुछ देर के लिए इनके चेहरों पर मायूसी आ गई। लेकिन बाद में मौसम साफ हो गया। विभिन्न वैज्ञानिक प्रक्रियाओं से सूरज को निहारकर उसके सामने से गुजर रहे शुक्र ग्रह को देखा। सूर्य के ऊपर एक काला तिल साफ नजर आया। साइंस रिसर्च क्लब ने इसके पहले एक मूवी का प्रदर्शन किया। इसमें बताया गया कि कैसे शुक्र पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर एक सरल रेखा का निर्माण करके शुक्र पारगमन की स्थिति उत्पन्न कर देता है। इसे देखने के लिए लोगों ने सोलर फिल्टर टेलीस्कोप प्रोजेक्शन, बाल मिरर प्रोजेक्शन, पिन होल प्रोजेक्शन आदि का इस्तेमाल किया। जिला विद्यालय निरीक्षक मोहम्मद इब्राहीम, अर्थ एवं संख्याधिकारी आरडी यादव, समाज कल्याण अधिकारी स्वप्ना कुमारी, डास्प परियोजना समन्वयक डा.राजीव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। क्लब ने पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई। क्लब समन्वयक शनि कुमार ने शुक्र पारगमन के बारे मे बताया कि यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि इसकी सहायता से खगोलीय इकाई अथवा सूर्य-पृथ्वी के बीच की दूरी ज्ञात की जा सकी।
बांदा। खगोलीय घटना का दुर्लभ नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने तेज धूप में अपना पसीना बहाया। शुक्र पारगमन देखने की उत्सुकता ने तमाम लोगों को तड़के ही बिस्तर छोड़ने पर मजबूर कर दिया। अवस्थी पार्क में मेले जैसा दृश्य रहा।
साइंस रिसर्च क्लब द्वारा आयोजित शुक्र पारगमन कैंप में बड़ी संख्या में लोगों ने दिलचस्पी ली। हालांकि बादल आ जाने से कुछ देर के लिए इनके चेहरों पर मायूसी आ गई। लेकिन बाद में मौसम साफ हो गया। विभिन्न वैज्ञानिक प्रक्रियाओं से सूरज को निहारकर उसके सामने से गुजर रहे शुक्र ग्रह को देखा। सूर्य के ऊपर एक काला तिल साफ नजर आया। साइंस रिसर्च क्लब ने इसके पहले एक मूवी का प्रदर्शन किया। इसमें बताया गया कि कैसे शुक्र पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर एक सरल रेखा का निर्माण करके शुक्र पारगमन की स्थिति उत्पन्न कर देता है। इसे देखने के लिए लोगों ने सोलर फिल्टर टेलीस्कोप प्रोजेक्शन, बाल मिरर प्रोजेक्शन, पिन होल प्रोजेक्शन आदि का इस्तेमाल किया। जिला विद्यालय निरीक्षक मोहम्मद इब्राहीम, अर्थ एवं संख्याधिकारी आरडी यादव, समाज कल्याण अधिकारी स्वप्ना कुमारी, डास्प परियोजना समन्वयक डा.राजीव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। क्लब ने पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई। क्लब समन्वयक शनि कुमार ने शुक्र पारगमन के बारे मे बताया कि यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि इसकी सहायता से खगोलीय इकाई अथवा सूर्य-पृथ्वी के बीच की दूरी ज्ञात की जा सकी।