बांदा। आंधी के एक झटके ने बांदा शहर की खटारा बिजली वितरण व्यवस्था तार-तार कर दी। जगह-जगह लाइनें टूट जाने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। उमसभरी गर्मी में हजारों उपभोक्ता देर शाम तक बेचैन रहे। रविवारी छुट्टी के चलते गिने-चुने बिजली कर्मियों को फाल्ट दुरुस्त करने में कई-कई घंटे लग गए।
अंधाधुंध कटौती से गुजर रही बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर रविवार को शाम करीब साढ़े चार बजे आंधी की गाज गिरी। कई स्थानों पर हाईटेंशन और लो टेंशन लाइनें टूटकर बिखर गईं। हालांकि आंधी चंद मिनटों की थी लेकिन जर्जर तार यह झटका भी नहीं सह पाए। जरैली कोठी के पास 33 केवी की एचटी लाइन टूट गई। नतीजे में भूरागढ़ फीडर बंद हो गया। इससे जुड़े एक दर्जन मोहल्लों में बिजली आपूर्ति ठप रही। इन इलाकों में दोपहर 12 बजे से कटौती चल रही थी। शाम चार बजे कटौती खत्म होते ही आंधी ने आपूर्ति ठप कर दी। देर शाम तक बिजली बहाल न होने से इन इलाकाें के हजारों लोग गर्मी में तिलमिलाते रहे।
उधर, बलखंडी नाका में लगा 1000 केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर रविवार की रात फुंक गया। नतीजे में पीलीकोठी फीडर से जुडे़ आधा दर्जन इलाकों में बिजली गुल हो गई। आधी रात के बाद जुगाड़ से इन इलाकों को बिजली दी गई। रविवार को दिनभर ट्रांसफार्मर बदलने का काम चलता रहा। उपखंड अधिकारी प्रेमचंद्र ने बताया कि 1000 केवीए का ट्रांसफार्मर उपलब्ध न होने पर फुंके ट्रांसफार्मर की जगह 630 केवीए और 400 केवीए के दो ट्रांसफार्मर रखे गए हैं। देर शाम तक शहर के अधिकांश इलाके अंधेरेे में डूबे रहे। फाल्ट दुरूस्त करने के लिए बिजली कर्मचारी भी लेट-लतीफ पहुंचे।