बांदा। जन अधिकार मंच के बैनर तले इकट्ठा हुए पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के समर्थकों ने तपती धूप में प्रदर्शन कर केंद्र और प्रदेश सरकारों को जमकर कोसा। साथ ही आरोप लगाया कि श्री कुशवाहा को साजिश के तहत एनआरएचएम घोटाले में झूठा फंसाया गया है। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर कार्रवाई की मांग की गई।
जबरदस्त गर्मी और लू के थपेड़ाें के बाद भी शनिवार को बाबू सिंह कुशवाहा समर्थक बड़ी संख्या में मंडल मुख्यालय आए। इनमें काफी तादाद महिलाओं की भी थी। कचहरी के पास स्थित हार्पर क्लब ग्राउंड में धरना-प्रदर्शन हुआ। इसकी अध्यक्षता कुशवाहा महासभा अध्यक्ष भोला प्रसाद कुशवाहा ने की। मुख्य वक्ता ब्रजलाल मौर्य (चित्रकूट) ने कहा कि बाबू सिंह के साथ राजनीतिक साजिश हुई। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर बीएसपी के कुछ बडे़ नेताओं और नौकरशाहों ने लखनऊ में सीएमओ की हत्या कराई और बाबू सिंह से इस्तीफा ले लिया गया। डा.सचान असलियत का भंडाफोड़ करने वाले थे लेकिन उनकी जेल में ही हत्या करा दी गई। यह भी आरोप लगाया कि सीबीआई भी राजनैतिक पार्टी के इशारे पर काम रही है।
चुन्ना प्रसाद प्रजापति ने कहा कि जनगणना के आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए। नत्थू प्रसाद (चित्रकूट) ने बाबू सिंह कुशवाहा के साथ हुई जुल्म-ज्यादती पर कहा कि न्यायालय जरूर निर्दोष साबित करेगा। साजिशकर्ता जेल में होंगे। एनआरएचएम घोटाले में बीएसपी मुखिया की भी जांच कराए जाने की मांग की। धरना प्रदर्शन में चुन्नू सैनी, शंकरलाल वर्मा, राजेंद्र कुशवाहा, प्रेमचंद्र, दादूराम, बरातीलाल, मुन्नालाल आदि ने भी संबोधित किया। बाबू सिंह कुशवाहा को न्याय न मिलने तक आंदोलन का संकल्प लिया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन एडीएम को दिया गया।