बदौसा (बांदा)। थाने से महज 100 मीटर दूर सर्राफा की दुकान में कई बदमाशों ने गृहस्वामी और उसकी पत्नी व बच्चाें को मारपीटकर लहूलुहान कर दिया और 10 हजार रुपए समेत कई हजार रुपए के जेवरात लेकर फरार हो गए। दूसरी ओर पुलिस घटना को चोरी बता रही है।
थाने से नदी की ओर जाने वाली सड़क पर पुरानी बाजार में शंकर सोनी ज्वैलरी और बर्तन की दुकान किए हुए है। यहीं मकान है, जिसमें वह सपरिवार रहता है। शनिवार को तड़के करीब ढाई बजे सात नकाबपोश बदमाश छत का जाल तोड़कर नीचे आ गए और गृहस्वामी शंकर सोनी (45) उसकी पत्नी नर्वदा (41) के चाकू लगाकर छाती पर सवार हो गए। लोहे की अलमारी और सेफ की चाबी मांगी। इसी बीच नजदीक में सो रहे उसके मासूम पुत्र यश की नींद खुल गई। बदमाशों ने उसे भी चाकू मारकर घायल कर दिया। मौका पाकर शंकर ने एक बदमाश को लात मारकर अपने को छुड़ा लिया और दरवाजे की शटर खोलकर गुहार लगा दी। इस पर बदमाश पिछला दरवाजा खोलकर फरार हो गए। शंकर ने बताया कि कमरे में रखे 10 हजार 800 रुपए और ढाई सौ ग्राम चांदी तथा 9 ग्राम सोने के आभूषण बदमाश ले गए। सेफ की चाबी न मिल पाने से काफी संपत्ति बच गई। थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कुछ देर बाद घटना स्थल पहुंच गए और निरीक्षण किया। थानाध्यक्ष ने कहा कि दो दिन के अंदर अपराधियों को ढूंढ लिया जाएगा। पुलिस ने इसे चोरी के रूप में दर्ज किया है।
चोरी तो होती रही, डकैती पहली बार पड़ी
बदौसा। कसबे में चोरी की घटनाएं कई बार हो चुकी हैं। लेकिन डकैती की यह पहली घटना है। बुजुर्ग और पुलिस के अभिलेख बताते हैं कि कसबे में डकैती की घटना नहीं हुई। लेकिन शुक्रवार की रात सर्राफ के घर सात बदमाशों के दुस्साहस से कसबे में दहशत है। हालांकि पुलिस इसे चोरी मान रही है और चाकू मारने की घटना को यह कहकर हल्का कर रही है कि गृहस्वामी के सिर में चाकू से नहीं बल्कि पंखे से चोट लगी है। उधर, पुलिस ने साहूकारी आदि के रजिस्ट्रेशन की जानकारी मांगी तो भुक्तभोगी शंकर सोनी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। शनिवार को अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया और फ्रिंगर प्रिंट के नमूने लिए। थानाध्यक्ष का कहना है कि पुलिस के तत्काल पहुंच जाने से बड़ी वारदात नहीं हो सकी।