बांदा। पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय (पुराने भवन) में आयोजित बीएड इग्नू द्वितीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। अंतिम दिन वक्ताओं ने शिक्षक और छात्र के बीच रिश्तों पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय की प्रोफेसर ऊषारानी ने कहा कि शिक्षक देश की प्रगति का मार्ग होता है। बच्चों को अच्छी शिक्षा और अच्छे आचरण का ज्ञान शिक्षक कराता है इसलिए लापरवाहीपूर्ण भूमिका से उसे दूर रहना चाहिए। डा.निर्मल भार्गव ने छात्रध्यापकों से कहा कि पढ़ाई के साथ अनुभव जरूरी है। प्रोफेसर वीके मेनन ने कहा कि ज्ञान में कमजोरी महसूस नहीं होना चाहिए। खुलकर विचार रखना चाहिए। शिक्षक की पढ़ाई से ही हजारों छात्रों का भविष्य तय होता है।
समापन के मौके पर डा.प्रीति अग्रवाल ने वर्कशाप में बताई गई जानकारियों को अमल में लाने की नसीहत दी। नवदीप मौर्य, राकेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, वीके त्रिपाठी, डा.डीआर सिंह पाल, प्रोफेसर बीएल शर्मा ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। अध्यक्षता बीएड वर्कशाप शिक्षिका आकांक्षा अरजरिया और सुषमा कुशवाहा व विनय कुमार श्रीवास्तव ने संचालन किया। बीएड प्रशिक्षुओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। विभागाध्यक्ष डा.ओमकार चौरसिया ने प्रशिक्षकों को शुभकामनाएं देकर विदा किया।