अतर्रा (बांदा)। नरैनी क्षेत्र के उदयपुर का ऐतिहासिक कुआं कई सैकड़ा परिवारों की प्यास बुझा रहा है। पानी साफ-सुथरा और ठंडा होने से उदयपुर के 60 परिवारों समेत आसपास के कई मजरे और पुरवा के लोग भी इसी के सहारे हैं। कुएं को पाटकर दो हैंडपंप स्थापित कर दिए गए हैं। यह कुआं आज तक नहीं सूखा। गांव के जल स्वच्छता समिति अध्यक्ष देवराज ने बताया कि बुजुर्ग बताते हैं कि डेढ़ सौ वर्ष पूर्व बैलों का व्यापार करने वाले बरदी ने यह कुआं बनवाया था। जहां भी उनका पड़ाव होता था वहां तालाब, कुआं और बावड़ी आदि बनवाते थे। अब कुएं की मरम्मत ग्राम पंचायत और संस्था ने कराई है। कुएं का जल स्तर कभी कम नहीं होता। भीषण गर्मी में भी इस कुएं के पानी से नहाने पर ठंड का एहसास होता है। पानी बर्फीला है। ब्यूरो