नरैनी। पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल में अधूरे रह गए काम को पूरा करवाने पर रोक लगा दी गई। जांच टीम ने तकनीकी जांच की और वीडियो फिल्म बनाई। मामला गढ़ागंगापुरवा गांव के संपर्क मार्ग और पुलिया निर्माण से जुड़ा है। गांव वालों ने डीएम से शिकायत की थी। डीएम ने टीएसी जांच के आदेश दिए थे। वर्ष 2008 में तत्कालीन ग्राम प्रधान श्यामबिहारी पाठक ने लगभग सात लाख रुपए की लागत से सड़क और पुलिया निर्माण कराए थे। जांच टीम के सदस्य जल निगम अभियंता एके सिंह और पीडब्ल्यूडी अभियंता ने अधूरे काम को पूरा करने के लिए किए जा रहे काम को रुकवा दिया। खंड विकास अधिकारी केएल सोनकर ने इसकी वीडियोग्राफी कराई। जांच टीम ने मंगी के खेत में बनाया गया अर्द्धनिर्मित सिंचाई कूप और केवटनपुरवा में बनी रिटर्निंग वाल की भी जांच पड़ताल की।
नरैनी। पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल में अधूरे रह गए काम को पूरा करवाने पर रोक लगा दी गई। जांच टीम ने तकनीकी जांच की और वीडियो फिल्म बनाई। मामला गढ़ागंगापुरवा गांव के संपर्क मार्ग और पुलिया निर्माण से जुड़ा है। गांव वालों ने डीएम से शिकायत की थी। डीएम ने टीएसी जांच के आदेश दिए थे। वर्ष 2008 में तत्कालीन ग्राम प्रधान श्यामबिहारी पाठक ने लगभग सात लाख रुपए की लागत से सड़क और पुलिया निर्माण कराए थे। जांच टीम के सदस्य जल निगम अभियंता एके सिंह और पीडब्ल्यूडी अभियंता ने अधूरे काम को पूरा करने के लिए किए जा रहे काम को रुकवा दिया। खंड विकास अधिकारी केएल सोनकर ने इसकी वीडियोग्राफी कराई। जांच टीम ने मंगी के खेत में बनाया गया अर्द्धनिर्मित सिंचाई कूप और केवटनपुरवा में बनी रिटर्निंग वाल की भी जांच पड़ताल की।