बांदा। बेरोजगारी भत्ता हासिल करना आसान नहीं। पाना तो फिलहाल दूर की बात इसका आवेदन करना भी टेढ़ी खीर है। भत्ता चाहिए तो सवाल पे सवाल के जवाब भी देने होंगे। लगभग 11 पृष्ठ के आवेदन में घर से लेकर ससुराल तक की खबर ली गई है। सवालों के घेरे में बेरोजगार युवा फंसेंगे। बेरोजगार को माता-पिता के साथ सास-ससुर की आमदनी भी बतानी होगी। यह भी खुलासा करना होगा कि रोजगार हासिल करने के लिए अब तक कितने बार प्रयास किए। संपत्तियां, वाहन व बैंक बैलेंस की भी जानकारी देने होगी।
बेरोजगारी भत्ते के आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रोजाना बड़ी तादाद में बेरोजगार फार्म भरकर सेवायोजन कार्यालय में जमा कर रहे हैं।
पूरे आवेदन फार्म में बेरोजगार से पचास से भी ज्यादा सवाल किए गए हैं। कई प्रमाणपत्र भी देना होगा। आवेदन पत्र के 13वें कालम में पूछा गया है कि पिछले तीन वर्षों में रोजगार के लिए क्या-क्या प्रयास किए? इंटरव्यू दिया तो उसकी तिथि। किस पद के लिए आवेदन किया था और उसका वेतन कितना था? आवेदक के परिवार की कुल आमदनी के अलावा सास-ससुर की आमदनी भी दर्शानी होगी। उनके पास जो-जो संपत्तियां हैं, उनका विवरण भी देना होगा। खाता और बैलेंस भी बताना पडे़गा। दो पहिया या चार पहिया वाहन है तो उसकी भी जानकारी देनी होगी।