पिपरहरी। गर्मी बढ़ने के साथ क्षेत्र में पेयजल समस्या भी गंभीर होती जा रही है। तमाम हैंडपंप जवाब दे गए हैं। तालाब सूखने से मवेशियों के लिए पानी का संकट है। प्यास की वजह से वे भटकते नजर आते हैं। इसके अलावा क्षेत्र में कई कुआें का प्रदूषित पानी पीने काबिल नहीं है।
निवाइच क्षेत्र पंचायत सदस्य अर्जुन सिंह व विजय करन ने बताया कि गांव में 15 हैंडपंप लगे हैं। इनमें 7 रिबोर के काबिल हैं। एक हैंडपंप मामूली खराबी से ठप है। समूह पेयजल योजना बदहाल है। नलों में 15 दिन ही पानी आता है। 10 कुएं सूखे पडे़ हैैं। अमलोर ग्राम प्रधान जयकरन सिंह ने बताया कि तीन हैंडपंप धनाभाव के चलते रिबोर को पडे़ हैं। गांव के 22 कुएं सूखे पड़े हैं। मरम्मत न होने से यह ध्वस्त होते जा रहे हैं। माडल तालाबों में धूल उड़ रही है।
पिपरहरी गांव में तालाब व कुएं सूख गए हैं। मामूली खराबी से सरकारी नलकूप बंद पडे़ हैं। मवेशियों के पानी का संकट गंभीर है। जलस्तर खिसकने से कई हैंडपंप जवाब देने लगे हैं। प्रधान प्रतिनिधि नीरज सिंह गौर ने बताया कि 10 हैंडपंप रिबोर की स्थिति में हैं। पांच में मामूली खराबी है। इन्हें ठीक कराया जा रहा है। रेहुंटा गांव में पांच हैंडपंप खराब हैं। ग्राम प्रधान रामराज सिंह का कहना है कि यह सब रिबोर के काबिल हैं। सरकारी नलकूप न होने से तालाब नहीं भर पाए।
मवेशी व जंगली जानवर पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते हैं। डिघवट में 7 हैंडपंप स्थायी रूप से खराब हैं। ग्राम प्रधान जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि सीडीओ से कई बार रिबोर की मांग की। जल निगम अभियतां तवज्जो नहीं दे रहे। पुराने कुएं रखरखाव के अभाव में बदहाल हैं। बीडीओ वीरभान सिंह का कहना है कि वह रिबोर की सूचना जल निगम को भेज देते हैं। दोबारा हैंडपंप लगाना उन्हीं का काम है।
पिपरहरी। गर्मी बढ़ने के साथ क्षेत्र में पेयजल समस्या भी गंभीर होती जा रही है। तमाम हैंडपंप जवाब दे गए हैं। तालाब सूखने से मवेशियों के लिए पानी का संकट है। प्यास की वजह से वे भटकते नजर आते हैं। इसके अलावा क्षेत्र में कई कुआें का प्रदूषित पानी पीने काबिल नहीं है।
निवाइच क्षेत्र पंचायत सदस्य अर्जुन सिंह व विजय करन ने बताया कि गांव में 15 हैंडपंप लगे हैं। इनमें 7 रिबोर के काबिल हैं। एक हैंडपंप मामूली खराबी से ठप है। समूह पेयजल योजना बदहाल है। नलों में 15 दिन ही पानी आता है। 10 कुएं सूखे पडे़ हैैं। अमलोर ग्राम प्रधान जयकरन सिंह ने बताया कि तीन हैंडपंप धनाभाव के चलते रिबोर को पडे़ हैं। गांव के 22 कुएं सूखे पड़े हैं। मरम्मत न होने से यह ध्वस्त होते जा रहे हैं। माडल तालाबों में धूल उड़ रही है।
पिपरहरी गांव में तालाब व कुएं सूख गए हैं। मामूली खराबी से सरकारी नलकूप बंद पडे़ हैं। मवेशियों के पानी का संकट गंभीर है। जलस्तर खिसकने से कई हैंडपंप जवाब देने लगे हैं। प्रधान प्रतिनिधि नीरज सिंह गौर ने बताया कि 10 हैंडपंप रिबोर की स्थिति में हैं। पांच में मामूली खराबी है। इन्हें ठीक कराया जा रहा है। रेहुंटा गांव में पांच हैंडपंप खराब हैं। ग्राम प्रधान रामराज सिंह का कहना है कि यह सब रिबोर के काबिल हैं। सरकारी नलकूप न होने से तालाब नहीं भर पाए।
मवेशी व जंगली जानवर पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते हैं। डिघवट में 7 हैंडपंप स्थायी रूप से खराब हैं। ग्राम प्रधान जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि सीडीओ से कई बार रिबोर की मांग की। जल निगम अभियतां तवज्जो नहीं दे रहे। पुराने कुएं रखरखाव के अभाव में बदहाल हैं। बीडीओ वीरभान सिंह का कहना है कि वह रिबोर की सूचना जल निगम को भेज देते हैं। दोबारा हैंडपंप लगाना उन्हीं का काम है।