बांदा। मंत्री से लेकर कमिश्नर तक के स्थलीय निरीक्षण और छोटे-बड़े हर अफसर की ड्योढ़ी पर दस्तक भी इस मोहल्ले के हजारों बाशिंदो को पीने का पानी नहीं दे पाई। पांच वर्षों से चला आ रहा जलसंकट आज भी बरकरार है। दलित और अल्पसंख्यक बाहुल्य बस्ती गुलजार शाह का तकिया (कलामतपुरा, छिपटहरी) के बाशिंदे जल संस्थान से आपूर्ति किए जाने वाले पानी से महरूम हैं। उन्हें दूर-दराज से हैंडपंपों का पानी पीकर गुजर-बसर करनी पड़ रही है। पिछले वर्ष तत्कालीन सरकार के वरिष्ठ काबीना मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने भी इस इलाके का भ्रमण किया था। उसके पहले इस मंडल के तेज तर्रार कमिश्नर डा.रजनीश दुबे इस मोहल्ले आए थे और पेयजल संकट देखा था। उन्होंने जल संस्थान अधिकारियों को यहां पाइप लाइन के जरिए पेयजल उपलब्ध कराने का सख्त निर्देश दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं क गई। दर्जनों तहसील दिवसों और अधिकारियों को भी यहां के लोग अपनी फरियाद सुना चुके हैं। अब एक बार फिर इस इलाके के लोगों ने जिलाधिकारी को अर्जी देकर पानी की फरियाद की है। ब्यूरो