बांदा। कांग्रेस छोड़कर महेंद्र सिंह वर्मा का समाजवादी पार्टी में शामिल होना यूं ही नहीं है। इसके पीछे जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी का खेल माना जा रहा है। असल में कहा जा रहा है कि साफ है कि कहीं पर नजरें और कहीं पर निशाना है।
हो सकता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर श्री वर्मा की ताजपोशी हो जाए। या उन्हें संचालन समिति का मुखिया बना दिया जाए। गौरतलब है कि पूर्व में भी वह संचालन समिति में रह चुके हैं।
बसपा की जिला पंचायत अध्यक्ष किरन वर्मा का पत्ता साफ करने में जिला पंचायत सदस्यों के साथ सपा विधायक विशंभर सिंह यादव की भूमिका भी कम नहीं रही। अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस के समय उपस्थित रहने से रहकर मतदान के दिन तक वह सक्रिय रहे। अब महेंद्र सिंह वर्मा को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कराने में भी विधायक श्री यादव ने अहम भूमिका निभाई। पांच-छह दिन पूर्व वह महेंद्र वर्मा को श्री अखिलेश से मिलवाने ले गए थे।