बांदा। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक का कमरा ठंडा है क्योंकि एसी चल रहा है लेकिन आपरेशन थियेटर के तीनों एसी बंद पड़े हैं। ऐसे में मरीजों के आपरेशन से डाक्टरों ने इनकार कर दिया है। डाक्टरों का कहना है कि बिना एसी आपरेशन से मरीज को संक्रमण का खतरा हो सकता है। दूसरी ओर अधीक्षक का कहना है कि मैकेनिक बुलाए गए हैं।
जिला अस्पताल में फिलहाल आपरेशन का काम ठप पड़ा है। वजह है, आपरेशन कक्ष में लगे तीनों एयर कंडीशनर खराब होने से वहां का तापमान काफी है। ऐसे में आपरेशन करना मरीज की जान से खिलवाड़ करने जैसा है। यहां रोजाना पांच या छह आपरेशन होते हैं। एसी बगैर आपरेशन करने से डाक्टरों ने इनकार कर दिया है। सर्जन डा.आरसी अरूण ने पिछले सात दिनों से बडे़ आपरेशन नहीं किए। उनका कहना है कि एसी शुरू होने के बाद ही वह आपरेशन करेंगे। गर्मी के बीच आपरेशन करना मरीज की जिंदगी से खिलवाड़ जैसा है। इंफेक्शन (संक्रमण) के लिए एक बूंद काफी है। थियेटर प्रभारी स्टाफ नर्स विमला यादव ने भी एसी बंद होने से बडे़ आपरेशन न होने की बात स्वीकारी। उन्होंने बताया कि इस बारे में मुख्य चिकित्साधीक्षक को 11 मई को लिखित सूचना दी जा चुकी है। इसके पूर्व 26 अप्रैल को भी डाक्टर आरबी सिंह ने एसी दुरुस्त कराने के लिए कहा था।
इस बारे में मुख्य चिकित्साधीक्षक डा.जीएस धानिक का कहना है कि एसी दुरुस्त कराने के लिए कानपुर से मैकेनिक बुलाए गए हैं। मैकेनिक कब तक आएंगे मैं नहीं बता सकता। आपरेशन करने के लिए वह डाक्टरों से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि एसी काफी पुराने हैं इसीलिए खराब हैं। हालांकि डा.धानिक के कमरे का एसी चल रहा है। वह गर्मी से महफूज हैं।