बांदा/बबेरू। जानलेवा मौसम में दो जानें और चली गईं। डायरिया पीड़ित 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। उधर, दिमागी बुखार से 22 वर्षीय गर्भवती युवती चल बसी। दोनों मौतें अस्पतालों में हुईं। कई नए मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
बबेरू क्षेत्र के बछौंधा गांव का दोस्त मोहम्मद पुत्र नूर मोहम्मद को उल्टी-दस्त की चपेट में आ जाने से परिजनों ने शनिवार को सुबह जिला अस्पताल में दाखिल कराया था। सोमवार को यहां उसकी मौत हो गई। इलाज करने वाले डाक्टर बलवीर ने मौत का कारण डायरिया बताया। उधर, जिला अस्पताल में संतोष (40) डीएम कालोनी, सुमित (6) जमालपुर, सुनीता (29) अर्दली बाजार, सत्येंद्र (7) जारी, प्रियांशु (16) कालूकुआं, कल्लू (80) चंदवारा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इन सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत है।
उधर, बबेरू क्षेत्र के गज्जू डेरा (मझीवां) गांव की 22 वर्षीय केता यादव पत्नी गौकरन की विचित्र बुखार से मंगलवार की सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौत हो गई। वह गर्भवती थी। दिमागी बुखार के साथ दस्त भी हो रहे थे। डाक्टरों ने ब्लड प्रेशर भी लो बताया। पति बाहर रहकर मजदूरी करता है। जेठ रामस्वरूप उसे अस्पताल लाया था। मझीवां गांव प्रधान शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि उनके गांव में उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो है लेकिन किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं हैं। गांव में डीडीटी का छिड़काव भी नहीं हुआ। गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी नहीं किया जा रहा।