बांदा। छुट्टी बिताकर परिवार सहित घर लौट रहे जेल सिपाही की पत्नी का जेवरातों से भरा पर्स ट्रेन में पार कर दिया गया। इसमें लगभग सवा दो लाख रुपए के जेवर बताए गए हैं। बंदी रक्षक का कहना है कि जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उधर, थानाध्यक्ष घटना से अनभिज्ञता जता रहे हैं।
मंडल कारागार में तैनात बंदी रक्षक अतेंद्र कुमार परिवार के साथ छुट्टी पर कानपुर गए थे। छुट्टी खत्म होने पर रविवार को वे इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से बांदा लौट रहे थे। साथ में पत्नी भी थीं। ट्रेन में बैग व अन्य सामान ऊपर की सीट पर रख लिया। बरुआ सुमेरपुर रेलवे स्टेशन पर एक युवक ट्रेन में चढ़ा और ऊपरी सीट पर बैठ गया। बांदा स्टेशन पर अतेंद्र कुमार अपने सामान सहित उतर आए। उन्हें भनक भी नहीं लगी कि उनके बैग से जेवरात भरा पर्स गायब हो चुका है। घर पहुंचने पर बैग खोला तो पर्स नदारद था। अतेंद्र कुमार के मुताबिक पर्स में डेढ़ तोले सोने का हार, दो तोले का मंगलसूत्र, पाव भर चांदी की पायल, पाव भर चांदी की करधनी, डेढ़ तोला सोने की दो अंगूठी और आधा तोले सोेने के झुमके रखे थे। अतेंद्र ने बताया कि उसने जीआरपी थाने में जानकारी दी लेकिन थानाध्यक्ष ने यह कहकर चलता कर दिया कि पहले चोर पकड़ेंगे। दूसरी तरफ थानाध्यक्ष रामराज सरोज का कहना है कि उन्हें किसी ने कोई तहरीर नहीं दी है। न ही ऐसी कोई घटना की उन्हें जानकारी है।