बांदा। अपनी मांगें मनवाने के लिए लगातार आंदोलन पर आमादा कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रमुख सचिव के आगमन पर भी विरोध जताने का मौका नहीं छोड़ा। बोर्ड बैठक में शामिल होने आए प्रमुख सचिव को विश्वविद्यालय भवन की सीढ़ियों पर रोककर अपनी फरियाद सुनाई।
पिछले एक पखवारे के अंदर विश्वविद्यालय के छात्र दो मर्तबा प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी कुछ मांगें हैं। शनिवार को विश्वविद्यालय बोर्ड की बैठक में शामिल होने आए प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव (कृषि) राजीव कपूर बैठक के बाद बाहर निकले तो पहले से सीढ़ियों पर धरना दिए छात्रों ने उन्हें रोक लिया। छात्रों ने उन्हें बताया कि दो सेमेस्टर पूरे हो चुके हैं लेकिन अब तक प्रैक्टिकल नहीं कराए गए। विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भी कमी है। इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पीने के पानी का पर्याप्त बंदोबस्त नहीं है। छात्रों ने कहा कि उन्हें आवासीय (हास्टल) सुविधा भी मिलनी चाहिए। सचिव ने छात्रों की बात को गौर से सुना और उन्हें भरोसा दिलाया कि कार्रवाई करेंगे। पानी संकट के बारे में विश्वविद्यालय अधिकारियों से कहा कि तत्काल यह समस्या दूर करें।
बांदा। अपनी मांगें मनवाने के लिए लगातार आंदोलन पर आमादा कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रमुख सचिव के आगमन पर भी विरोध जताने का मौका नहीं छोड़ा। बोर्ड बैठक में शामिल होने आए प्रमुख सचिव को विश्वविद्यालय भवन की सीढ़ियों पर रोककर अपनी फरियाद सुनाई।
पिछले एक पखवारे के अंदर विश्वविद्यालय के छात्र दो मर्तबा प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी कुछ मांगें हैं। शनिवार को विश्वविद्यालय बोर्ड की बैठक में शामिल होने आए प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव (कृषि) राजीव कपूर बैठक के बाद बाहर निकले तो पहले से सीढ़ियों पर धरना दिए छात्रों ने उन्हें रोक लिया। छात्रों ने उन्हें बताया कि दो सेमेस्टर पूरे हो चुके हैं लेकिन अब तक प्रैक्टिकल नहीं कराए गए। विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भी कमी है। इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पीने के पानी का पर्याप्त बंदोबस्त नहीं है। छात्रों ने कहा कि उन्हें आवासीय (हास्टल) सुविधा भी मिलनी चाहिए। सचिव ने छात्रों की बात को गौर से सुना और उन्हें भरोसा दिलाया कि कार्रवाई करेंगे। पानी संकट के बारे में विश्वविद्यालय अधिकारियों से कहा कि तत्काल यह समस्या दूर करें।