बांदा। दलालों और बिचौलियों की वजह से मंडी समिति परिसर के गेहूं खरीद केंद्र में किसानों के दो गुटों में खूनी संघर्ष हो गया। पुलिस की मौजूदगी में गोलियां और लाठी चलने से सात किसान घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें तीन को गंभीर हालत को देखते हुए कानपुर रिफर किया गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।
शुक्रवार को रोजमर्रा की तरह मंडी समिति परिसर में गेहूं खरीद चल रही थी। जारी गांव के किसान किशोरी प्रसाद तिवारी का 110 कुंतल गेहूं तौला गया। इसी के बाद उनके भाई सुरेंद्र तिवारी का गेहूं तौला जाने लगा। इस पर मटौंध के किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। किसान बृजेंद्र सिंह का कहना था कि 27 नंबर टोकन तक तौल हो चुकी है अब 28वां नंबर उनका है। केंद्र प्रभारी विनोद कुमार कुशवाहा ने किसानों को समझाने के बजाए बृजेंद्र सिंह को फटकार दिया और जारी गांव के किसानों की तौल शुरू करा दी। इस पर बृजेंद्र सिंह भड़क उठा। सुरेंद्र तिवारी और उनके साथी अन्य किसानों को यह बुरा लगा। उन्होंने कालूकुआं में रह रहे बृजेंद्र सिंह के ससुर फूल सिंह से जाकर शिकायत की। लेकिन ससुर ने उन्हें भगा दिया। किसानों ने पुलिस से भी शिकायत की। लेकिन वहां मौजूद पुलिस कर्मी तमाशाई बने रहे।
इसी बीच किसानों के दोनाें गुट आमने-सामने आ गए। एक-दूसरे पर लाठियां चलानी शुरू कर दी। कई किसान लहूलुहान हो गए। अन्य किसानों ने इधर-उधर भागकर जान बचाई। पुत्र मयंक सिंह को लहूलुहान देखकर किसान फूल सिंह ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चला दी। गोली जारी गांव के किशोरी प्रसाद तिवारी (35) पुत्र महेश्वरी के पैर में लगी। वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। लगभग आधा घंटा तक यह खूनी संघर्ष चला। रिवाल्वर का खुलेआम प्रदर्शन हुआ। इस दौरान वहां मौजूद दो संगीनधारी पुलिस कर्मी तमाशाई बने रहे। करीब पौन घंटा बाद पहुंची कोतवाली पुलिस ने हालात काबू में किए और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। अपिल मिश्रा नामक किसान ने आरोप लगाया कि उसकी सोने की चेन भी तोड़ ली गई। घायलों में फूल सिंह (39), बृजेंद्र सिंह और दूसरे गुट के सुरेंद्र तिवारी (27), अपिल मिश्रा (22) और राज तिवारी (30) शामिल हैं। इनमें राज तिवारी, किशोरी प्रसाद और फूल सिंह को कानपुर रिफर किया गया है। पुलिस ने कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें कई नामजद और कई अज्ञात हैं।
सपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव राजेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर खरीद केंद्र में हुए खूनी संघर्ष और दलाली के गर्म बाजार की शिकायत की है। पत्र में कहा है कि बिचौलियों की वजह से ही खूनी संघर्ष हुआ। विपणन शाखा में दो बिचौलियों के बीच विवाद हुआ। बाद में यह बढ़ गया और गोली-लाठी चलने की नौबत आ गई। सपा नेता ने यहां के डीएम, एसडीएम सदर, डिप्टी आरएमओ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इनके तबादले की मांग की है।