बांदा। बकाएदार बैनामा लेखक को तहसील लाकप में बंद कर दिए जाने से अन्य लेखक भड़क उठे। हंगामा मचाते हुए विरोध शुरू कर दिया। तहसीलदार से उनकी झड़प भी हुई। बाद में बकाए का डेढ़ लाख रूपया जमा कर देने पर लेखक की रिहाई की गई। सदर तहसील में छोटी बाजार निवासी अनिल कुमार गुप्ता उर्फ राजू बैनामा लेखक हैं। दाखिल-खारिज कार्यालय मेें टाइपिंग भी करता है। शुक्रवार को उसे तहसील कर्मियों ने बकाएदारी के मामले में हिरासत में ले लिया और तहसील के लाकप में बंद कर दिया। उस पर व्यापार कर का एक लाख 98 हजार रूपया बकाया बताया गया है। इसकी आरसी जारी हो चुकी है। लाकप में बंद करते ही तहसील के अन्य लेखक भड़क उठे। उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। तहसीलदार आरपी पांडेय से नोकझोंक भी हुई। लेकिन वह दबाव में नहीं आए। अंतत: अनिल कुमार ने डेढ़ लाख रूपए नकद जमा करके अपनी रिहाई कराई। तहसीलदार ने बताया कि बकाया 48 हजार रूपया अभी शेष है। इसे जमा करने के लिए एक हफ्ते की मोहलत दी गई है।