बांदा। गिरवां थाना क्षेत्र के रागौल गांव में बालू के अवैध खनन की शिकायत करने वालों को माफियाओं की धमकियां मिल रही हैं। शिकायतकर्ताओं ने एक बार फिर यहां जिला प्रशासन से जान की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है। बृहस्पतिवार को गया प्रसाद सहित दर्जनों ग्रामीणों ने सिटी मजिस्ट्रेट को दिए ज्ञापन में कहा है कि दबंग अवैध खनन कर रहे हैं। शिकायत की गई तो धमकी दी जा रही। गया प्रसाद को मारने के लिए भेजे गए व्यक्ति को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। अब उसे गांव के बाहर ताका जा रहा। दबंग खुली चुनौती दे रहे हैं कि बालू घाट यूं ही चलते रहेंगे। कोई भी अधिकारी जांच के लिए खदान नहीं पहुंचा।
कमासिन। नए थानाध्यक्ष के आते ही अवैध बालू खनन फिर शुरू हो गया। बालू भरे कई ट्रैक्टर छोड़ दिए जाने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद थानाध्यक्ष लिखीराम सिंह ने जमरेही मोड़ और बंथरी आदि गांवों में नाकाबंदी कर बालू भरे ट्रैक्टरों की तलाश की। दूसरे दिन थानाध्यक्ष ने जीप चालक व कुछ सिपाहियों को नाकेबंदी के लिए भेजा। सिपाहियों ने अवैध बालू भरे तीन ट्रैक्टर पकड़ लिए। कुछ देर बाद थानाध्यक्ष ने ट्रैक्टर छोड़ने का फरमान सुना दिया। उधर, थानाध्यक्ष का कहना है कि वह अवैध खनन नहीं होने देंगे, चाहे जितना पहुंच वाला हो। क्षेत्र में बागै नदी के लमियारी, लोहरा, दरसेड़ा, कुलौरा, बछौंधा, डिघौरा, पिलखिनी आदि घाटों में अवैध बालू खनन किया जाता है।